अदन: सऊदी अरब की अगुवाई में यमन के पश्चिमी तट पर अल हुदयदा बंदरगाह के दक्षिण में किए गए हवाई हमलों में 28 हूती विद्रोही मारे गए। विद्रोहियों के करीबी चिकित्सा अधिकारियों और सुरक्षा सूत्रों ने यह जानकारी दी। यह खबर ऐसे समय में आई है जब शरणार्थियों से संबंधित संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी UNHCR ने इलाके में आम लोगों के नए सिरे से विस्थापित होने को लेकर आगाह किया है। हूती विद्रोही मुख्यत: शिया समुदाय से ताल्लुक रखते हैं और 2015 से ही उनके और सउदी नीत गठबंधन सेना के बीच जंग चल रही है।
सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि गुरुवार और शुक्रवार को अल हुदयदा के दक्षिण में 70 किलोमीटर के क्षेत्र में हूती विद्रोहियों के कब्जे वाले 5 शहरों पर हवाई हमले किए गए। चिकित्सा सूत्रों ने बताया कि इन हवाई हमलों में 28 हूती मारे गए और 17 घायल हो गए। इससे यह साफ हो गया है कि सऊदी अरब के नेतृत्व वाला गठबंधन इन शिया विद्रोहियों को बख्शने के मूड में नहीं है। 4 दिसंबर को यमन के पूर्व राष्ट्रपति अली अब्दुल्लाह सालेह की हूती विद्रोहियों द्वारा की गई हत्या के बाद इन हमलों में तेजी आई है। सालेह ने विद्रोहियों के साथ अपने गठबंधन को तोड़ लिया था।
आपको बता दें कि यमन इस समय गंभीर मानवीय संकट से जूझ रहा है। 2017 में अब तक इस मुल्क में 2,000 से भी ज्यादा लोगों की हैजे के कारण मौत हो गई है। इसके अलावा यहां बड़े पैमाने पर भुखमरी भी फैली है। वहीं सऊदी अरब के समर्थन वाली सरकार और यहां के विद्रोहियों के बीच 2015 से चल रही जंग में भी 8,600 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।