सना: यमन में हैजा की महामारी से तकरीबन 800 लोगों की जानें गई हैं और ऐसा संदेह है कि इससे प्रभावित लोगों की संख्या करीब एक लाख पहुंच गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन और यमन के एक स्वास्थ्य अधिकारी ने यह जानकारी दी। यमन में विद्रोहियों द्वारा शासित सना सरकार में अवर स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि बीते अप्रैल के बाद से इस बीमारी से 96,000 से अधिक लोग संक्रमित हुए और कम से कम 746 लोगों की मौत हो गई।
इस महामारी के फैलने के लिए उन्होंने हूती विद्रोहियों के खिलाफ सउदी के नेतृत्व वाले 2 वर्ष पुराने अभियान को जिम्मेदार ठहराया। इस लड़ाई से बुनियादी सुविधाओं को नुकसान पहुंचा और दवाइयों की कमी हुई। WHO ने बताया कि हैजा के संदिग्ध मामलों की संख्या बढ़कर 1,01,820 हो गई और 7 जून तक मरने वालों की संख्या 791 थी। UNICEF के साथ एक संयुक्त बयान में उसने कहा कि इनमें से 46 प्रतिशत मामले 15 साल से नीचे के बच्चों के संक्रमित होने के हैं।
यमन में UNICEF के प्रतिनिधि डॉ. एम रेलानो ने कहा, ‘हैजा की महामारी बच्चों के लिए खराब स्थिति को बेहद खराब कर रही है। जिन बच्चों की मौत इस महामारी से हुई है, उनमें से कई बच्चे कुपोषण का शिकार थे।’ यमन के चिकित्सा अधिकारियों ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा कि संयुक्त अरब अमीरात से सहायता विमान के जरिए हैजा उपचार से संबंधित लगभग 50 टन सामग्री सरकारी बलों द्वारा नियंत्रित दक्षिणी अदन शहर पहुंचीं।