बीजिंग: चीन ने सोमवार को बीते सप्ताह सिंगापुर में एक सुरक्षा शिखर सम्मेलन में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चीन-भारत संबंधों पर की गई टिप्पणी को 'सकारात्मक' बताकर सराहना की है। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा, "हमने चीन-भारत संबंधों के बारे में मोदी की टिप्पणी को सकारात्मक पाया है। हम इसकी बहुत प्रशंसा करते हैं।" शांगरी-ला वार्ता में शनिवार को अपने भाषण में मोदी ने कहा था कि भारत और चीन ने अपने जटिल संबंधों को संभालने में बुद्धिमत्ता और परिपक्वता दिखाई है और 'अगर देश एक दूसरे के हितों को ध्यान में रखते हुए विश्वास व भरोसे के साथ मिलकर काम करें तो एशिया व दुनिया का एक बेहतर भविष्य होगा।' (टाइम मशीन टूट जाने से 4 हजार साल पीछे पहुंचा ये व्यक्ति, लाई डिटेक्टर टेस्ट किया पास )
चीन के विदेश मंत्रालय ने भारतीय नेता की सकारात्मक टिप्पणी की अत्यंत प्रशंसा की है। हुआ ने मोदी व चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच वुहान में अनौपचारिक मुलाकात को याद किया। उन्होंने कहा, "इस साल अप्रैल में शी ने मोदी के साथ अनौपचारिक बैठक की। उनके बीच अंतर्राष्ट्रीय परिदृश्य व द्विपक्षीय संबंधों पर व्यापक विचार विनिमय हुआ और कई मुद्दों पर सहमति बनी।"
हुआ ने कहा, "दोनों पक्ष मतभेदों से निपटने के लिए एक परिपक्व और बुद्धिमत्तापूर्ण तरीका अपनाने पर सहमत हुए। चीन द्विपक्षीय संबंधों के विकास की सकारात्मक गति को बनाए रखने के लिए भारतीय पक्ष के साथ काम करने के लिए तैयार है, ताकि आपसी लाभकारी सहयोग को बढ़ावा मिल सके, मतभेदों को उचित तरीके से सुलझाया जा सके और सीमांत इलाकों में में शांति और सौहाद्र्र कायम किया जा सके।" उन्होंने कहा, "यह भारत-चीन संबंधों को आगे ले जाता है।" मोदी व शी जिनपिंग किंगदाओ में 9-10 जून को शंघाई शिखर सम्मेलन से इतर फिर मुलाकात करेंगे।