इस्लामाबाद: पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने शुक्रवार को कहा कि विश्व समुदाय को अफगानिस्तान में स्थायी शांति और स्थिरता लाने के लिए रचनात्मक रूप से जुड़ना चाहिए और मानवीय सहायता प्रदान करनी चाहिए। पाकिस्तानी सेना के एक बयान के अनुसार, रावलपिंडी में जनरल हेडक्वाटर्स में 243वें कोर कमांडर्स सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए जनरल बाजवा ने शांति के लिए पाकिस्तान की दृढ़ प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा, ‘विश्व समुदाय द्वारा अफगानिस्तान के लिए रचनात्मक जुड़ाव और निरंतर मानवीय समर्थन स्थायी शांति और स्थिरता के लिए जरूरी है।’
बाजवा ने यह भी कहा कि एक समृद्ध और शांतिपूर्ण क्षेत्र के लिए सभी क्षेत्रीय हितधारकों के बीच करीबी सहयोग आवश्यक है। बयान में कहा गया कि उन्होंने अफगानिस्तान से विदेशी नागरिकों और अफगान लोगों को दूसरे देश पहुंचाने में पाकिस्तानी सेना की मदद और भूमिका के लिए उसकी सराहना की। इसमें कहा गया कि इससे पहले, प्रतिभागियों ने वैश्विक, क्षेत्रीय और घरेलू सुरक्षा हालात की व्यापक समीक्षा की। बैठक में अफगानिस्तान में मौजूदा स्थिति, विशेष रूप से पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर सुरक्षा और विभिन्न खतरों के खिलाफ प्रभावी सुरक्षा उपायों पर भी चर्चा की गई।
तालिबान द्वारा पिछले महीने अफगानिस्तान पर कब्जा किए जाने के बाद यह कोर कमांडरों का पहला सम्मेलन था। अमेरिकी सेना की 01 मई को शुरू हुई वापसी की पृष्ठभूमि में तालिबान ने पिछले महीने लगभग सभी प्रमुख शहरों और कस्बों पर कब्जा कर लिया था। राजधानी काबुल भी 15 अगस्त को तालिबान के कब्जे में आ गई और युद्ध प्रभावित देश को छोड़ने का बहुत से अफगान नागरिकों का प्रयास नाकाम हो गया। हालांकि तालिबान ने वादा किया है कि वह देश छोड़कर जाने वाले लोगों को सुरक्षित जाने देगा, लेकिन उसकी कथनी और करनी में अंतर को देखते हुए लोगों के मन में आशंका बनी हुई है।