मेदान: मुस्लिम बहुल इंडोनेशिया में मस्जिद से होने वाली आज़ान की तेज आवाज की शिकायत करने पर एक महिला को 18 महीने की जेल की सजा दी गई है। विवादित ईशानिंदा कानून के तहत दोषसिद्धि का यह नया मामला है। मेलिआना (44) जातीय चीनी बौद्ध हैं। उन्हें इलाके की मस्जिद में साउंड सिस्टम को हल्का करने को कहा था जिस वजह उन्होंने इस्लाम को ‘अपमानित’ करने का दोषी ठहराया गया है। द्वीप समूह में तकरीबन 800,000 मस्जिदें हैं और इनमें दिन में पांच बार आजान होती है।
आज का फैसला इस आशंका को बड़ा सकता है कि इंडोनेशिया का उदार इस्लाम कट्टरपंथ के प्रभाव में आ रहा है। सुमात्रा द्वीप के मेदान शहर की अदालत ने कहा कि दो साल पहले महिला की टिप्पणी की वजह से दंगे भड़क गए थे और क्रोधित मुस्लिम भीड़ ने बौद्ध मंदिरों में तोड़फोड़ की थी। बचावकर्ता के वकील ने कहा कि उनकी मुवक्कील फैसले के खिलाफ अपील करेंगी। इंडोनेशिया में दुनिया की सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी रहती है। यह मुल्क आधिकारिक तौर पर बहुलवादी है और हिन्दू, ईसाई और बौद्ध धर्म सहित छह मजहबों को मान्यता देता है।