चीन से पनपा कोरोना वायरस इस समय दुनिया के 150 देशों को अपनी चपेट में ले चुका है। आज यूरोप के इटली, स्पेन जैसे देशों में हर रोज सैकड़ों मौतें हो चुकी हैं। भारत में भी पॉजिटिव लोगों का आंकड़ा तेजी से बढ़ता जा रहा है। लेकिन जिस चीन से यह वायरस दुनिया में फैला वहां पर कोरोन वायरस पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है। यहां पिछले कई दिनों से पॉजिटिव मामलों की संख्या लगातार घट रही है, मृतकों का आंकड़ा भी लगभग थम गया है। चीन ने आश्चर्यजनक रूप से इस पर कैसे काबू पाया हर कोई यही जानने की कोशिश कर रहा है। इस बीच इंडिया टीवी ने चीन के शंघाई में मौजूद डॉ. संजीव चौबे से बातचीत की।
कोरोना को लेकर चीन ने क्या गलतियां की?
इंडिया टीवी से बातचीत में डॉ. संजीव चौबे ने कहा कि शुरू में चीन ने कोरोना वायरस को इतनी गंभीरता से नहीं लिया। इस दौरान चीन के नए साल का जश्न भी मनाया गया। इस त्योहार को मनाने के लिए लोग अपने घर जाने लगे, इस माइग्रेशन की वजह से केस फैलना शुरू हो गए। लोग एक साथ जुटे जिसकी वजह से कोरोना वायरस को फैलने में आसानी हुई।
चीन ने स्थिति सुधारने के लिए क्या किया?
चीन ने कोरोना वायरस पर काबू पाने के लिए युद्धस्तर पर काम किया। चीन ने न सिर्फ शहर को लॉकडाउन किया बल्कि सोसाइटी को भी लॉकडाउन कर दिया। कैश ट्रांजेक्शन को रोकने के लिए एटीएम को बंद कर दिया गया। डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने की कोशिश की गई। जिन सोसाइटीज़ को लॉक डाउन किया गया, वहां पर एक घर से सिर्फ एक व्यक्ति को बाहर निकलने की अनुमति होती थी। ग्रॉसरी खरीदने के लिए 2 घंटे का समय दिया जाता था। ट्रेनों को पूरी तरह से बंद तो नहीं किया गया था, लेकिन वहां ट्रेनों की फ्रिक्वेंसी कम कर दी गई थी। लोगों ने आइसोलेशन में रहना शुरू कर दिया। हेयर सैलून तक को बंद कर दिया गया था। चीन की सरकार ने हर स्तर पर बड़े कदम उठाए।
हमें क्या करना चाहिए?
डॉ. चौबे ने भारत के लिए सुझाव देते हुए कहा कि हमें कोरोना से बचाव के लिए मॉब गैदरिंग से बचना चाहिए, घर से काम करना चाहिए, हाथ धोने की प्रैक्टिस लागू करिए और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए कहिए। हमको भी लोग देख रहे थे, यह सब करके चीन ने कंट्रोल किया।