लांकावी: मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने सोमवार को साफ किया कि उनका देश अपने पाम ऑइल के आयात का बहिष्कार किए जाने पर भारत के खिलाफ कोई जवाबी कार्रवाई नहीं करेगा। महातिर मोहम्मद ने यह स्वीकार किया कि भारत जैसी बड़ी अर्थव्यवस्था के सामने मलेशिया का कद बहुत छोटा है, इसलिए जवाबी कार्रवाई की कोई बात ही नहीं है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की एक खबर के मुताबिक, मलेशिया के पीएम ने कहा,'हम जवाबी कार्रवाई करने के लिहाज से बेहद छोटे हैं। हमें इससे उबरने का तरीका और साधन ढूंढना होगा।'
भारत ने मलेशिया को दिया बड़ा झटका
खाद्य तेलों के दुनिया के सबसे बड़े आयातक भारत ने मलेशिया से पाम ऑइल का आयात रोक दिया है। मलेशिया भारत को सबसे ज्यादा खाद्य तेल निर्यात करता रहा है, लेकिन महातिर मोहम्मद ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी किए जाने और नागरिकता कानून में संशोधन किए जाने पर भारत सरकार की आलोचना की थी। इसके जवाब में भारत ने इस महीने से मलेशिया के पाम ऑइल का आयात रोक दिया। पाम ऑइल के अपने सबसे बड़े आयातक भारत के इस कदम से मलेशिया को जोर का झटका लगा है।
मलेशिया के सामने आई नई मुसीबत
पिछले 5 साल से भारत ही वह देश था जो मलेशिया से सबसे ज्यादा पाम ऑइल का आयात कर रहा था। भारत द्वारा बहिष्कार किए जाने के बाद अब मलेशिया को नया बाजार ढूंढना होगा। हालांकि उसके सामने सबसे बड़ी दिक्कत यही होगी कि इतनी ज्यादा मात्रा में पाम ऑइल खरीदने वाला दूसरा खरीदार उसे मिलना बेहद मुश्किल है। इस वजह से वहां पाम ऑइल इंडस्ट्री संकट में आ जाएगी। यही कारण है कि पिछले हफ्ते फ्यूचर मार्केट में बेंचमार्क मलेशियाई पाम ऑइल का दाम 10 प्रतिशत गिर गया जो 11 साल की सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट है।
आर्टिकल 370, CAA, जाकिर नाइक पर बिगड़ी बात
महातिर मोहम्मद ने न सिर्फ CAA की आलोचना की, साथ ही उन्होंने आर्टिकल 370 हटाए जाने को कश्मीर पर भारत का आक्रमण बताया था। उन्होंने सोमवार को फिर सीएए की निंदा करते हुए इसे एकदम गलत कानून बताया। इसके अलावा मलेशिया ने भगोड़े इस्लामिक धर्मगुरु जाकिर नाइक को भी शरण दे रखी है। नाइक मनी लॉन्ड्रिंग और नफरत फैलाने वाले भाषण देने के आरोपों में भारत में वांछित है लेकिन मलेशिया उसे सौंपने से साफ इनकार कर रहा है। भारत जाकिर नाइक को लेकर मलेशिया के इस बर्ताव से भी बेहद नाराज है।