हनोई: वियतनाम में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच भारतीय नौसेना का जहाज ऐरावत सोमवार को कोविड-19 राहत सामग्री के साथ हो ची मिन्ह सिटी बंदरगाह पहुंचा जिसके बाद वहां के विदेश मंत्री बुई थान सोन ने ट्वीट कर भारत का आभार जताया। उन्होंने ट्वीट किया, "300 ऑक्सीजन सांद्रक और 100 मीट्रिक टन तरल चिकित्सा ऑक्सीजन के सरकार और भारत के लोगों की बहुत सराहना करते हैं।" इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट कर कहा था, '' आईएनएस ऐरावत ऑक्सीजन आपूर्ति लेकर वियतनाम पहुंचा।''
बता दें कि भारत ने कोरोना वायरस महामारी से निपटने में सहायता के लिए सोमवार को वियतनाम को 100 मीट्रिक टन तरल मेडिकल ऑक्सीजन और 300 ऑक्सीजन सांद्रक की आपूर्ति की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। यह चिकित्सा सहायता भारतीय नौसेना के पोत आईएनएस ऐरावत के जरिए हो ची मिन्ह शहर की बंदरगाह पर पहुंचाई गई।
भारतीय नौसेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल ने कहा कि पांच कंटेनर में 100 मीट्रिक टन तरल मेडिकल ऑक्सीजन और 300 ऑक्सीजन सांद्रक लेकर पोत सोमवार को वियतनाम पहुंचा। उन्होंने बताया कि वियतनाम की सरकार द्वारा बतायी गई आवश्यकता के अनुसार चिकित्सा सहायता की आपूर्ति की गई।
इससे वियतनाम सरकार को कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में मदद मिलेगी। इससे वियतनाम सरकार को कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में मदद मिलेगी। वियतनाम में हाल के दिनों में कोरोना संक्रमण तेजी से बड़ा है, वहां पर कुल 4.49 लाख एक्टिव कोरोना मामले सामने आए हैं और उसमें से फिलहाल 2.09 लाख एक्टिव केस हैं। वियतनाम में कोरोना की वजह से अबतक 11 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है।
आईएनएस ऐरावत, विशाखापत्तनम स्थित पूर्वी नौसेना कमान के तहत एक स्वदेश निर्मित लैंडिंग शिप टैंक (बड़ा) कोविड राहत सहायता के ट्रांस-शिपमेंट के लिए दक्षिण पूर्व एशिया में तैनात है। जहाज ने पहले 24 अगस्त को जकार्ता में तंजुंग प्रोक पोर्ट का दौरा किया था और इंडोनेशियाई सरकार द्वारा अनुरोधित 10 लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन कंटेनरों को उतारा था।
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