मनीला: वियतनाम ने दक्षिणपूर्व एशिया के अन्य देशों से अपील की है कि वे दक्षिण चीन सागर में चीन की विस्तारवादी नीति के खिलाफ मजबूत रुख अपनाएं। इस क्षेत्रीय सुरक्षा मंच की शनिवार को तनावपूर्ण माहौल में शुरुआत हुई। चीन, अमेरिका, रूस एवं उत्तर कोरिया के शीर्ष राजनयिक भी अपने आसियान एवं अन्य एशिया प्रशांत समकक्षों के साथ सुरक्षा वार्ता के लिए रविवार को मनीला पहुंचेंगे। यह बैठक उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षणों को लेकर उसके खिलाफ प्रतिबंध और कड़े करने संबंधी अमेरिका द्वारा तैयार प्रस्ताव पर इस सप्ताहांत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के मतदान के बीच हो रही है।
10 सदस्यीय आसियान के विदेश मंत्रियों की वार्षिक सभा के उद्घाटन से पहले वियतनाम ने चीन के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए संयुक्त विज्ञप्ति में कई बदलावों का सुझााव दिया। अमेरिका ने कहा कि वह आसियान क्षेत्रीय मंच में भी उत्तर कोरिया पर दबाव बनाने की कोशिश करेगा। आसियान के विदेश मंत्रियों ने शनिवार को अपनी बैठक के बाद एक संयुक्त विज्ञप्ति जारी करते हुए उत्तर कोरिया द्वारा पिछले महीने किए गए अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षणों पर गहरी चिंता व्यक्त की। बयान में कहा गया, ‘ये गतिविधियां क्षेत्र एवं विश्व में शांति, सुरक्षा एवं स्थिरता को गंभीर रूप से खतरा पैदा करती हैं।’
लेकिन वियतनाम ने आसियान के मंत्रियों की शनिवार की बैठक की समाप्ति के बाद जारी होने वाले बयान में चीन के खिलाफ कड़ी भाषा इस्तेमाल करने की मांग की। वार्ता में शामिल एक राजनयिक ने बताया, ‘वार्ता काफी मुश्किल थी। वियतनाम ने दक्षिण चीन सागर पर कड़ी भाषा प्रयोग करने की कोशिश की। कंबोडिया एवं फिलीपीन की ऐसा करने में दिलचस्पी नहीं थी।’ मनीला में क्षेत्र में बढ़ते आतंकवाद पर भी चर्चा की जाएगी।