इस्लामाबाद: पाकिस्तान के गृहमंत्री चौधरी निसार ने अमेरिका पर भारत की जुबान बोलने का आरोप लगाया है। निसार ने यह आरोप अमेरिका व भारत द्वारा पाकिस्तान से अपने क्षेत्र का सीमा पार आतंकवादी हमले के लिए इस्तेमाल नहीं करने के आग्रह पर किया गया है।
डॉन अखबार की बुधवार की रिपोर्ट के मुताबिक, निसार ने कहा कि यह चिंता की बात है। निसार ने यह बयान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात के बाद के एक संयुक्त बयान जारी करने पर दिया।
इसके साथ बैठक से पहले अमेरिकी विदेश विभाग ने पाकिस्तान के हिजबुल मुजाहिद्दीन नेता सैयद सलाहुद्दीन को एक वैश्विक आतंकी घोषित किया और उस पर कई प्रतिबंध लगा दिए। निसार ने कहा, "ऐसा लगता है कि कश्मीरियों का खून अमेरिका के लिए महत्वपूर्ण नहीं है और मानवाधिकार के अंतर्राष्ट्रीय कानून जम्मू एवं कश्मीर में लागू नहीं होते।"
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उन्होंने कहा कि जम्मू एवं कश्मीर में बदतर राज्य आतंकवाद की अनदेखी हो रही है। मानवाधिकारों व लोकतांत्रिक मूल्यों का दावा करने वाले दोहरे मानक रख रहे हैं। निसार ने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान कश्मीरियों के अधिकारों से समझौता नहीं करेगा और भारत से अलग होने का कश्मीरी संघर्ष जारी रहेगा।
उन्होंने कहा, "पाकिस्तान कश्मीर के कूटनीतिक, राजनीतिक व नैतिक समर्थन के लिए प्रतिबद्ध है।" भारत जम्मू एवं कश्मीर में पाकिस्तान पर हथियार, प्रशिक्षण व अलगाववादियों को वित्तीय सहयोग देने का आरोप लगाता रहा है।
इस बीच पाकिस्तान में आजाद जम्मू एवं कश्मीर (एजेके) प्रांत के अध्यक्ष सरदार मोहम्मद मसूद खान ने चेताया कि ट्रंप-मोदी का गठजोड़ क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा हो सकता है। पूर्व राजनयिक सरदार खान ने कहा कि अमेरिका ने हमेशा पाकिस्तान को धोखा दिया है और इसका हालिया फैसला एक दूसरी मिसाल है।