काबुल: तालिबान के आतंकियों ने अफगानिस्तान में एक अमेरिकी काफिले पर हमला कर दिया, जिसमें एक सैनिक की मौत हो गई। इस हमले की जिम्मेदारी तालिबान ने सोमवार को ले ली है। इस हमले में कई लोग घायल भी हो गए। माना जा रहा है कि अमेरिका और तालिबान के बीच जारी बातचीत पर इस घटना का गंभीर असर पड़ सकता है। इससे पहले, सितंबर में काबुल में तालिबान के हमले में एक अमेरिकी सैनिक की मौत हो गई थी जिसके बाद इस मामले पर बातचीत थम गई थी।
सितंबर में हुए हमले के बाद एक बार फिर दोहा में बातचीत शुरू हुई लेकिन इस महीने की शुरुआत में काबुल के उत्तर में बगराम हवाईअड्डे पर बम हमले की घटना के बाद फिर थम गई। मीडिया को भेजे संदेश में तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि उसके हमलावरों ने रविवार को देर रात कुंदुज के चार दरा जिले में एक अमेरिकी वाहन को उड़ा दिया। अमेरिकी-अफगान बलों ने कहा कि सोमवार को हमले के बाद हुए संघर्ष में एक अमेरिकी सैनिक मारा गया।
इस घटना के साथ ही इस साल अफगानिस्तान में संघर्ष के दौरान कम से कम 20 अमेरिकी सैनिक मारे गए हैं। यह दिखाता है कि अफगानिस्तान में अब भी सुरक्षा हालात चुनौतीपूर्ण बने हुए हैं। हमले के एक दिन पहले ही अफगानिस्तान में राष्ट्रपति चुनाव के शुरुआती परिणामों की घोषणा हुई थी जिसमें राष्ट्रपति अशरफ गनी के दूसरी बार इस पद पर आसीन होने के संकेत मिले थे। अशरफ गनी को तालिबान अमेरिका के हाथों की कठपुतली मानता है।