अंकारा: अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने NATO सहयोगियों के बीच तनाव कम करने के लक्ष्य से शुक्रवार को अंकारा में तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तायपे एर्दोआन से मुलाकात की। सीरिया की सीमा के भीतर तुर्की की कार्रवाई के कारण दोनों नाटो सहयोगी देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। गौरतलब है कि तुर्की के विदेश मंत्री मेवलुत काउसोगलू ने हाल ही में कहा था कि तुर्की व अमेरिका के बीच संबंध टूटने के करीब है। उन्होंने कहा था कि अमेरिका और तुर्की के द्विपक्षीय संबंध नाजुक स्थिति में पहुंच गए हैं।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शीर्ष राजनयिक का मुख्य कार्य अमेरिकी की सीरिया नीति के कारण नाराज चल रहे सहयोगी देश तुर्की को मनाना था। गौरतलब है कि 2003 के इराक युद्ध के बाद से दोनों देशों के बीच फिलहाल संबंधों का सबसे खराब दौर चल रहा है। तुर्की के राष्ट्रपति कार्यालय के सूत्रों का कहना है कि टिलरसन के साथ चली 3 घंटे की बैठक में आर्दोआन ने अपनी चिंताओं को स्पष्ट रूप से साझा किया है। पहचान गोपनीय रखने का अनुरोध करते हुए सूत्र ने बताया, ‘बातचीत के दौरान सभी मुद्दों पर तुर्की की प्राथमिकताओं और आकांक्षाओं से अमेरिका के विदेश मंत्री को स्पष्ट रूप से अवगत करा दिया गया।’
इससे पहले तुर्की के विदेशमंत्री मेवलुत काउसोगलू ने द्विपक्षीय संबंधों के 'नाजुक स्थिति' में होने की घोषणा करते हुए कहा था कि हम या तो संबंधों को ठीक करेंगे या पूरी तरह से टूट जाएंगे। उन्होंने कहा था कि अमेरिका ने तुर्की के साथ अपने संबंधों को संभालने में कई गलतियां की हैं और इसमें सीरिया में कुर्द मिलीशिया को समर्थन देना शामिल है। माना जा रहा है कि तुर्की की सरकार के रुख को देखते हुए अमेरिका ने यह कदम उठाया। गौरतलब है कि टिलरसन ने शुक्रवार को विदेश मंत्री से भी मुलाकात की।