प्योंगयांग: उत्तर कोरिया ने सोमवार को अमेरिका पर आरोप लगाया कि वह दक्षिण कोरिया में अपना औपनिवेशिक शासन स्थापित करने का प्रयास कर रहा है। सत्तारूढ़ कोरियन वर्कर्स पार्टी के आधिकारिक समाचार पत्र 'रोडोंग सिन्मुन' के अनुसार, अमेरिका, 'दक्षिण कोरिया में रूढ़ीवादी शासन के पतन और प्रगतिशील सुधार समर्थक बलों द्वारा शासन में बदलाव की बढ़ती संभावनाओं से नाखुश है।'
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समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, समाचार पत्र ने कहा, "सच्चाई स्पष्ट है कि दक्षिण कोरिया में अपना औपनिवेशिक शासन स्थापित करने की अमेरिका की हसरत में कोई बदलाव नहीं आया है और दक्षिण कोरियाई जनता की आजादी की इच्छा का दमन करने के लिए वह और भी शातिर तथा धूर्त तरीकों का प्रयोग कर रहा है।"
समाचार पत्र के मुताबिक, "जब भी दक्षिण कोरिया में कोई गंभीर राजनीतिक संकट पैदा होता है, तब अमेरिका एक नई कठपुतली व्यवस्था के जरिये अपना औपनिवेशिक शासन कायम रखता है।" समाचार पत्र के अनुसार, "जिस औपनिवेशिक शासन ने कोरिया के क्षेत्र और समरूप कोरियाई देश को दो भागों में विभाजित कर दिया और कोरियाई जनता को असहनीय तकलीफ दी उसका उत्तर, दक्षिण और विदेशों में बसे कोरियाइयों के एकजुट संघर्ष से पतन होकर रहेगा।"
अमेरिका द्वारा उत्तर कोरिया के जलक्षेत्र के पास विमान वाहक युद्धपोतों की तैनाती किए जाने से कोरियाई प्रायद्वीप में स्थिति बेहद तनावपूर्ण हो गई है। अमेरिका का कहना है कि उसने उत्तर कोरिया की उकसावे वाली गतिविधियों के जवाब में यह कदम उठाया है। उल्लेखनीय है कि उत्तर कोरिया कई मिसाइल लॉन्च और परमाणु परीक्षण कर चुका है। हाल ही में बुधवार को भी उसने एक बैलिस्टिक मिसाईल लॉन्च की थी।