वाशिंगटन: पाकिस्तान में पत्रकार ताहा सिद्दीकी पर बर्बर हमले की अमेरिका में प्रेस की आजादी को बढ़ावा देने वाली दो गैर लाभकारी संस्थाओं ने आलोचना की है। पाकिस्तानी अधिकारियों से पत्रकार की सुरक्षा की गारंटी देने एवं अभिव्यक्ति की आजादी सुनिश्चित करने की मांग की है। भारतीय टेलीविजन चैनल ‘डब्ल्यूवाईओएन’ के पाकिस्तानी ब्यूरो प्रमुख ताहा सिद्दीकी ने कल बताया कि जब वह रावलपिंडी हवाईअड्डे की ओर जा रहे थे तभी करीब 10-12 लोगों ने उन पर हमला कर दिया। हालांकि अपराधी उनका अपहरण कर पाते इससे पहले वह वहां से बच निकलने में सफल रहे। सिद्दीकी पाकिस्तान की शक्तिसाली सेना के मुखर आलोचक रहे हैं।
कमिटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट (सीपीजे) के एशिया प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर स्टीवन बटलर ने कहा, ‘‘दिन दहाड़े व्यस्त राजमार्ग पर पत्रकार ताहा सिद्दीकी को अगवा करने का खुलेआम प्रयास यह दर्शाता है कि अपराधियों को दंड के अंजाम का कोई डर नहीं है।’’ बटलर ने कहा, ‘‘पाकिस्तानी अधिकारियों को निश्चित रूप से पत्रकारों एवं अभिव्यक्ति की आजादी के खिलाफ हो रहे गैरकानूनी हमलों पर लगाम लगानी चाहिए।’’ सीपीजे ने पाकिस्तानी अधिकारियों से अपहरण के प्रयास के संदर्भ में जांच करने और दोषियों पर मुकदमा चलाने का अनुरोध किया है।
रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स (आरएसएफ) ने एक बयान में सिद्दीकी की सुरक्षा की गारंटी के लिये हर संभव आवश्यक कार्रवाई का आह्वान किया। आरएसएफ के एशिया-प्रशांत डेस्क के प्रमुख डेनियल बस्टर्ड ने कहा कि अपहरण का यह प्रयास उस देश में बेहद चिंताजनक है जहां पत्रकारों के लिये सुरक्षा के अभाव एवं उनके खिलाफ हिंसक अपराधों से अपराधियों की दोषमुक्ति एक संरचनात्मक समस्या बन गयी है।