बीजिंग: अमेरिकी नेवी के एक बड़े अधिकारी के बयान से भड़के चीन ने शुक्रवार को अमेरिका के लिए एक नसीहत भरा संदेश दिया है। चीन ने अमेरिका के एक शीर्ष नौसेना अधिकारी की इस आलोचना का शुक्रवार को खंडन किया कि वह हिंद प्रशांत महासागर क्षेत्र में विध्वंसक परिवर्तनकारी ताकत बन गया है। साथ ही नसीहत देते हुए चीन ने यह भी कहा कि अमेरिका को ‘अन्य देशों की तरफ से नहीं बोलना चाहिए।’ चीन ने यह बात दक्षिणी चीन सागर से जुड़ी अमेरिकी नौसेना अधिकारी के एक बयान पर कही है।
गौरतलब है कि अभी हाल ही में नई दिल्ली में भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा के साथ एक परिचर्चा के दौरान अमेरिकी प्रशांत कमान के कमांडर एडमिरल हैरी हैरिस ने कहा था, ‘चीन हिंद प्रशांत में विध्वंसक परिवर्तनकारी ताकत बन गया है। वहां जो विश्वास की कमी है, उसकी वजह वही है।’ हैरीस ने कहा था कि चीन ने उस समुद्री क्षेत्र पर दावा किया है जिस पर आसियान (वियतनाम, मलेशिया और फिलिपींस उसके सदस्य हैं) भी अपना दावा करता है। अमेरिकी नौसैन्य कमांडर का इशारा संसाधन समृद्ध दक्षिण चीन सागर में समुद्री विवाद की ओर था।
आपको बता दें कि चीन पूर्व दक्षिण चीन सागर पर अपना दावा करता है। फिलिपींस, वियतनाम, मलेशिया, ब्रुनेई और ताईवान उसके दावे का प्रतिवाद करते हैं। हैरिस ने दक्षिण चीन सागर के विवाद के मद्देनजर वियतनाम, मलेशिया और फिलीपिन की चिंता की भी चर्चा की। हैरिस की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने कहा, ‘हमने इन देशों से तो नहीं सुना कि वे चीन की गतिविधियों से चिंतिंत हैं। उन्हें (अमेरिका) अन्य देशों की ओर से नहीं बोलना चाहिए।’