अमेरिका की फटकार और आर्थिक मदद रोके जाने के बाद बौखलाई पाकिस्तानी सरकार को भारत के मोस्ट वांटेड हाफिज सईद के खिलाफ एक्शन लेने पर मजबूर होना पड़ा है. पाक सरकार ने लश्कर सरगना हाफिज के मुखौटा संगठन जमात-उद-दावा को ब्लैकलिस्ट कर दिया है और उसके ट्विटर हैंडल को भी सस्पेंड कर दिया. आतंकवाद को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की लताड़ और आर्थिक मदद रोके जाने के बाद पाकिस्तान ने ये कार्रवाई की है.
अमेरिका ने लश्कर, जैश, हिजबुल और हक्कानी नेटवर्क जैसे आतंकी संगठनों पर कार्रवाई को लेकर पाकिस्तानी हुकूमत खिंचाई क्या की, हाफिज सईद पर नकेल कसना शुरू हो गया है. शनिवार को पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने एक के बाद एक कई निर्देश जारी किए जिसके बाद मोस्ट वांटेड हाफिज सईद और उसके संगठनों पर कार्रवाई की गई.
पाकिस्तान में हाफिज पर नकेल
पाकिस्तान सरकार ने जिन ट्विटर अकाउंट्स को सस्पेंड किया है उनमें जमात उद दावा का नाम भी शामिल है. साथ ही जेयूडी के सहयोगी संगठन फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (एफआईएफ) का भी ट्वीटर अकाउंट सस्पेंड कर दिया गया है. पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक पाकिस्तानी गृह मंत्रालय ने 72 ब्लैक लिस्टेड संगठनों की नई फेहरिस्त जारी की है. यही नहीं, पाकिस्तान सरकार ने ब्लैक लिस्टेड संगठनों को चंदा देने वालों पर भी कार्रवाई की बात कही है. रिपोर्ट में कहा गया है कि लिस्ट में शामिल किसी भी ब्लैक लिस्टेड संगठन को चंदा या किसी भी तरह की मदद देने को एक अपराध माना जाएगा. ब्लैकलिस्टेड संगठनों को चंदा देने वालों को 10 साल तक की सजा दी जा सकती है. इस्लामाबाद पुलिस ने एफआईएफ का बैनर लहराने वाले लोगों के खिलाफ तीन एफआईआर भी दर्ज की है.
यानी पाकिस्तानी हुकूमत ने एक तरफ जहां ट्विटर हैंडल सस्पेंड कर हिंदुस्तान के खिलाफ उसकी जहर उगलती जुबान पर लगाम लगा दी है वहीं दूसरी तरफ जमात को चंदा देने वालों पर कड़ाई कर हाफिज के फंड पर भी रोक लगा दी है. पाकिस्तान अपने अजीज हाफिज पर ये नकेल कब तक कसेगा ये तो आने वाले दिनों में ही साफ होगा लेकिन फिलहाल अपना हुक्का-पानी बंद होने से बौखलाई पाकिस्तान सरकार ने हाफिज का हुक्का-पानी बंद करने का इंतज़ाम ज़रूर कर दिया है.