कॉक्स बाजार: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् का एक प्रतिनिधिमंडल 7,00,000 रोहिंग्या मुसलमानों की दुर्दशा का प्रत्यक्ष मंजर देखने के लिए बांग्लादेश पहुंचा है। सेना की हिंसा से बचने के लिए म्यांमार से भागे यह मुस्लिम घर वापसी के लिए संयुक्त राष्ट्र से संरक्षण चाहते हैं। यह टीम रविवार को बलात्कार और प्रताड़ना के पीड़ितों समेत कुछ अन्य शरणार्थियों से मिलेगी। सोमवार को तीन दिवसीय दौरा पूरा करने के बाद यह प्रतिनिधिमंडल म्यांमार का भी दौरा करेगी। (नेपाल में भारत की पनबिजली परियोजना के कार्यालय में विस्फोट )
कॉक्स बाजार में रोहिंग्याओं की स्थिति का जायजा लेने सुरक्षा परिषद् के पांच स्थायी सदस्य - चीन , फ्रांस , रूस , ब्रिटेन और संयुक्त राष्ट्र और 10 अस्थायी सदस्य देशों के प्रतिनिधि इस शिष्टमंडल में शामिल हुए। बांग्लादेश के कार्यकारी विदेश सचिव एम खुर्शीद आलम ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल का यह दौरा म्यामां पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाने के लिहाज से “ बहुत महत्त्वपूर्ण ’’ है।
उन्होंने कहा , “ म्यांमार पर दबाव बनाने और घर वापसी को पूरे लय में शुरू करने की दिशा में यह काउंसिल महत्त्वपूर्ण ढंग से काम कर सकता है। ” उन्होंने बताया कि यह टीम रविवार को ढाका वापस आएगी और सोमवार को म्यांमार रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री शेख हसीना से मुलाकात कर सकती है।