काबुल: अफगानिस्तान के पूर्वी हिस्से में रविवार को आत्मघाती कार बम हमलावर और कई बंदूकधारियों के हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गयी जबकि 20 अन्य घायल हो गये। नांगरहार प्रांत के गवर्नर के प्रवक्ता अताउल्ला खोगयानी ने बताया कि प्रांतीय राजधानी जलालाबाद में रविवार शाम तक अफगान सुरक्षाबलों और चरमपंथियों के बीच मुठभेड़ जारी थी और हताहतों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
प्रांतीय परिषद के सदस्य अजमल उमर और गृह मंत्रालय के प्रवक्ता तारिक अरियन ने भी हमले की पुष्टि की है। अभी तक किसी ने भी इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। वैसे पूर्वी अफगानिस्तान में तालिबान और इस्लामिक स्टेट से संबद्ध स्थानीय संगठन सक्रिय है। आईएस से संबद्ध संगठन का मुख्यालय नांगरहार प्रांत में है। इस हमले से एक दिन पहले अफगानिस्तान की खुफिया एजेंसी ने कहा था कि आईएस का एक वरिष्ठ कमांडर जलालाबाद के निकट अफगान विशेष सुरक्षाबलों के हाथों मारा गया।
अफगानिस्तान में आत्मघाती हमले में नौ की मौत, 40 घायल
अफगानिस्तान के पूर्वी लोगार प्रांत में बृहस्पतिवार को आत्मघाती बम हमले में कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई तथा 40 लोग घायल हो गए। यह हमला प्रांत की राजधानी पुल-ए-आलम में एक पुलिस जांच चौकी को निशाना बनाकर किया गया था। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता तारिक एरियन ने पहले कहा कि हमले की चपेट में आए ज्यादातर लोग आम नागरिक हैं लेकिन बाद में बताया कि मारे गए छह लोग पुलिसकर्मी तथा तीन आम नागरिक हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि हमले में ज्यादा संख्या में आम नागरिक घायल हुए हैं। प्रांतीय पुलिस के प्रवक्ता शाहपुर अहमदजई ने बताया कि हमले में मारे गए आम लोग वे हैं जो कार में सवार थे और चौकी पर जांच के लिए रुके थे। मृतकों के अलग-अलग आंकड़े सामने आए हैं। प्रांतीय परिषद के प्रमुख ने कहा कि हमले में 15 लोगों की मौत हुई है। जिस अस्पताल में पीड़ितों को लाया गया, वहां मौजूद लोगों ने बताया कि बम हमले में घायल कई बच्चे भी यहां लाए गए।
ईद उल अजहा से एक दिन पहले हुए इस हमले की तालिबान ने जिम्मेदारी नहीं ली है। त्योहार को देखते हुए तालिबान ने तीन दिन के संघर्षविराम की घोषणा की थी। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि संघर्ष विराम जारी है। उन्होंने हमले के लिए खुफिया एजेंसियों को दोष दिया और कहा कि वे चाहती हैं कि अफगानिस्तान में लड़ाई जारी रहे।