अंकारा: तुर्की की पुलिस ने गुरुवार को इस्तांबुल में 8 मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया, जिनमें एमनेस्टी इंटरनेशनल के तुर्की के निदेशक इदिल एसर भी शामिल हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बुयुकाडा के एक होटल में एमनेस्टी द्वारा संचालित डिजिटल सिक्योरिटी वर्कशॉप पर छापेमारी के दौरान जर्मनी तथा स्वीडन के 2 ट्रेनर्स को भी गिरफ्तार किया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, एमनेस्टी इंटरनेशनल ने तुर्की की सरकार से अपने कार्यकर्ताओं की तत्काल रिहाई की मांग की है।
एमनेस्टी ने एक बयान में कहा कि पुलिस ने 'बिना किसी कारण के' छापेमारी की। कार्यकर्ताओं को कहां रखा गया है, इसकी कोई जानकारी नहीं है। एमनेस्टी इंटरनेशनल के महासचिव सलील शेट्टी ने कहा, ‘पुलिस की कार्रवाई सत्ता का विकृत दुरुपयोग है और यह देश में मानवाधिकार कार्यकर्ताओं द्वारा झेले जा रहे अनिश्चित हालात को दर्शाती है।’ शेट्टी ने कहा, ‘इदिल एसर तथा उनके साथ गिरफ्तार किए गए लोगों को बिना शर्त फौरन रिहा करना चाहिए।’
पिछले साल तुर्की में सरकार तख्ता पलटने की नाकाम कोशिश के बाद से अब तक देश में 50,000 से अधिक लोग जेल भेजे जा चुके हैं। इसके अलावा सरकार ने एक लाख से भी ज्यादा सरकारी कर्मचारियों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन कार्रवाइयों में तख्तापलट से जुड़े संदिग्ध लोगों के साथ-साथ विपक्षियों को भी निशाना बनाया गया है।