रियाद: अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने मंगलवार को कहा कि सऊदी के नेता लापता पत्रकार जमाल खशोगी मामले की ‘‘गहन’’ जांच के लिए राजी हैं। रूढ़िवादी राजतंत्र के आलोचक खशोगी के लापता होने के बारे में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ते हंगामे के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पोम्पिओ को सऊदी अरब के अविलंब दौरे पर भेजा था। खशोगी दो अक्टूबर को शादी से जुड़े कागजातों को लेकर इस्तांबुल स्थित सऊदी दूतावास गए थे जिसके बाद से उन्हें नहीं देखा गया। तुर्की के अधिकारियों का कहना है कि दूतावास के भीतर उनकी हत्या की गई। तुर्की विदेश मंत्रालय ने घोषणा की कि पोम्पिओ वार्ता के लिए बुधवार को अंकारा पहुंचेंगे।
पोम्पिओ ने रियाद में शहजादे मोहम्मद बिन सलमान समेत सऊदी अरब के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की। कुछ दिनों पहले तक घरेलु सुधारों को लेकर उनकी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा हो रही थी लेकिन असहमतियों पर लगातार की जा रही कार्रवाई के लिए उनकी छवि खराब हुई है। विदेश विभाग की प्रवक्ता हीथर नोर्ट ने कहा कि पोम्पिओ ने ‘‘जमाल खशोगी के लापता होने की गहन, पारदर्शी और समय पर जांच किए जाने की प्रतिबद्धता जताने के लिए शाह का धन्यवाद किया।’’
सऊदी अरब ने खशोगी की हत्या से इनकार किया है। ट्रम्प ने कहा है कि इसमें ‘‘शैतान हत्यारों’’ का हाथ हो सकता है। बंद दरवाजों के बीच हुई बैठक में भले ही जिस स्वर में बात की गई हो लेकिन पोम्पिओ ने किसी भी तरह का संकट नहीं होने का आभास देते हुए अपने चेहरे पर मुस्कान बरकरार रखी और अपने सहयोगी शासन के नेताओं के साथ सामान्य नजर आए।
महल में पोम्पिओ का गर्मजोशी से स्वागत करने के बाद शहजादे ने कहा, ‘‘हम मजबूत और पुराने सहयोगी हैं। हम अपनी चुनौतियों का मिलकर सामना करते हैं।’’ इसके जवाब में पोम्पिओ ने दौरे की अनुमति देने के लिए सऊदी नेताओं का धन्यवाद करते हुए कहा, “निश्चित तौर पर।” पोम्पिओ की योजना शीर्ष सहयोगियों के साथ शहजादे के साथ लंबी बातचीत करने की थी।
मामले में बीती रात करीब आठ घंटे तक तलाशी लेने के बाद तुर्की पुलिस के जांच अधिकारियों एवं अभियोजकों की एक टीम इस्तांबुल स्थित सऊदी वाणिज्य दूतावास से बगीचे की मिट्टी का नमूना लेकर बाहर निकली। इसी बीच संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार एजेंसी के प्रमुख ने तुर्की में सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास में सऊदी अरब के एक पत्रकार की गुमशुदगी के मामले में संदिग्ध अधिकारियों से दंड संबंधी छूट हटाने की अपील की।
मिशेल बेशेलेट ने मंगलवार को एक बयान में कहा, ‘‘खशोगी की गुमशुदगी से जुड़ी स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मेरा मानना है कि वाणिज्य दूतावास संबंधी 1963 की वियना संधि जैसी संधियों द्वारा संबंधित परिसर में घुसने पर रोक या अधिकारियों को मिली हुई दंड संबंधी छूट को तत्काल हटा लिया जाना चाहिए।’ ऐसी खबरें हैं कि सऊदी अरब इस मामले में पत्रकार के गलती से मारे जाने की रिपोर्ट देने की तैयारी कर रहा है।
सीएनएन एवं वॉल स्ट्रीट जनरल ने अनाम सूत्रों के हवाले से कहा है कि सऊदी अरब शायद यह मान सकता है कि गलत तरीके से की गयी पूछताछ के दौरान पत्रकार की मौत हो गयी। देश के कई नामी-गिरामी कारोबारियों ने अगले हफ्ते रियाद में होने वाले निवेश सम्मेलन में शामिल होने की अपनी योजना रद्द कर दी है।
इस विवाद के चलते मनोरंजन जगत में पैर जमाने के लिए शहजादे के अभियान के तहत हॉलीवुड की सबसे शक्तिशाली टेलेंट एजेंसी के साथ होने वाले 40 करोड़ डॉलर के सौदे को लेकर भी संशय पैदा हो गया है।