इ्स्लामाबाद: पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर बाजवा ने शनिवार को कहा कि उनका देश शांति प्राप्त करने के करीब है और सार्थक अंतरराष्ट्रीय भागीदारी के जरिये से इसे पूरी तरह हासिल किया जा सकता है। बाजवा ने लंदन में अंतरराष्ट्रीय सामरिक अध्ययन संस्थान (आईआईएसएस) में 'पाकिस्तान के क्षेत्रीय सुरक्षा परिप्रेक्ष्य' विषय पर एक सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा कि दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता को बनाए रखने का भविष्य "क्षेत्र के भीतर मुद्दों और काफी समय से लंबित विवादों को सुलझाने की क्षमता पर टिका है।"
उन्होंने कहा, “पाकिस्तान सतत, अपरिवर्तनीय, स्थायी शांति और स्थिरता प्राप्त करने के करीब है। इसे सार्थक अंतरराष्ट्रीय साझेदारी, सहयोग और क्षेत्रीय चुनौतियों से निपटने की इच्छाशक्ति के जरिये पूरी तरह हासिल किया जा सकता है।"
इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के वित्तपोषण की निगरानी करने वाली संस्था ‘फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स’(एफएटीएफ) ने कहा था कि पाकिस्तान आतंकवाद को वित्तपोषण पर अपनी कार्ययोजना को पूरा करने में विफल रहा है। एफएटीएफ ने पाकिस्तान को अक्टूबर तक अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करने या कार्रवाई का सामना करने की चेतावनी दी है जिसके तहत उसे काली सूची में डाला जा सकता है।
फ्लोरिडा के ओरलैंडो में अपनी पूर्ण बैठक के समापन पर जारी एक बयान में, एफएटीएफ ने चिंता व्यक्त की कि ‘‘न केवल पाकिस्तान जनवरी की समय सीमा के साथ अपनी कार्ययोजना को पूरा करने में विफल रहा, बल्कि वह मई 2019 तक भी अपनी कार्य योजना को पूरा करने में भी विफल रहा है।’’ एफएटीएफ ने ‘‘कड़ाई’’ से पाकिस्तान से अक्टूबर 2019 तक अपनी कार्ययोजना को पूरा करने का अनुरोध किया।