इस्लामाबाद: फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की ग्रे लिस्ट में शामिल होने से बचने के लिए पाकिस्तान जहां कड़ी कोशिश कर रहा है, वहीं वर्तमान में उसके प्रदर्शन और अनुपालन रिपोर्ट की समीक्षा की जा रही है। डॉन न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में प्रक्रिया में चल रहे तीन अलग-अलग मूल्यांकनों से अक्टूबर के मध्य तक एपएटीएफ की ग्रे सूची से पाकिस्तान के निकलने की संभावना निर्धारित होगी।
एक शीर्ष सरकारी अधिकारी ने डॉन को बताया कि एफएटीएफ की क्षेत्रीय संबद्ध इकाई एशिया-प्रशांत समूह (एपीजी) आर्थिक तथा बीमा सेवाओं तथा सेक्टरों के अपने सभी क्षेत्रों में अपने तंत्रों को उन्नत करने के लिए वर्तमान में केनबरा (ऑस्ट्रेलिया) में पांच-वर्षीय आपसी मूल्यांकन कर रहा है।
यह दौर पाकिस्तान के एफएटीएफ से धन शोधन तथा टैरर फंडिंग पर की गई उच्च स्तरीय प्रतिबद्धताओं पर उसके प्रदर्शन से प्रत्यक्ष रूप से नहीं जुड़ा है बल्कि इसकी मूल्यांकन रिपोर्ट देश को ग्रे सूची से निकालने में परोक्ष रूप से प्रभावित कर सकती है।
अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान ने पिछले एक साल में इस संबंध में महत्वपूर्ण प्रगति की है। लेकिन अमेरिका, एपीजी और एफएटीएफ पाकिस्तान से उम्मीद करते हैं कि वह 13-18 अक्टूबर से पहले अपने धन शोधन तथा टैरर फंडिंग के खिलाफ संसद में कानून बनाए।