बीजिंग: चीन सर्दियों के मौसम से पहले वायु प्रदूषण पर नियंत्र में जुट गया है, क्योंकि सर्दियों में प्रदूषण की स्थिति अधिक खराब हो जाती है और इससे चीन के विभिन्न शहर बुरी तरह प्रभावित होते हैं। सरकार ने ऐसे स्टील और कोयला कारखानों को अपना उत्पादन कम करने का आदेश दिया है, जो अधिक धुंए का उत्सर्जन करते हैं। वहीं, कुछ कारखानों को बंद करने का भी आदेश दिया गया है।
मीडिया रपट के अनुसार, चीन ने अक्टूबर 2017 और मार्च 2018 के बीच बीजिंग-तिआनजिन-हेबेई क्षेत्र के 28 शहरों में कणिका तत्व 2.5 के स्तर में न्यूनतम 15 प्रतिशत की गिरावट और शानदोंग और शांक्सी प्रांतों में भी यही लक्ष्य तय किया है। वायु प्रदूषण से निपटने के लिए चीन अरबों रुपये खर्च कर रहा है और प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों को बंद कर चुका है। 2015 में 11 लाख लोगों की प्रदूषण से मौत हुई थी।
बीजिंग दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर है। यह प्रदूषण उस वक्त और बढ़ जाता है जब सर्दियों में कोयले से चलने वाले हीटिंग सिस्टम शुरू हो जाते हैं। 'ग्लोबल टाइम्स' के मुताबिक, 31 शहरों ने अपने यहां के कारखानों में प्रतिबंधित गतिविधियों को सीमित करने की प्रतिबद्धता जताई है।