बैंकाक: थाईलैंड के नरेश के निधन के बाद वर्षभर चला शोक कार्यक्रम और पांच दिन का अंतिम संस्कार आज आधिकारिक रूप से संपन्न हो गया। उनकी अस्थियां शाही महल और दो मंदिरों में रखी गई हैं। (अफगानिस्तान की हिन्दू कुश पर्वतीय रेंज में भूकंप झटके)
देश के नए नरेश माहा वजीरालोंगकोर्न के नेतृत्व में दिवंगत नरेश भूमिबोल अदुल्यदेज की अस्थियां चक्री महाप्रसाद राज सिंहासन हॉल ले जाई जा रही हैं जिसका इस्तेमाल वह रात्रिभोज, प्रीति भोज और विदेशी राजदूतों से उनके परिचय पत्र लेने के लिए किया करते थे।
भूमिबोल अदुल्यदेज को चक्री राजवंश के राजा के तौर पर राम-नौवें के रूप में भी जाना जाता था। उनका स्वर्ण अस्थिकलश पूर्ववर्ती राजाओं राम चतुर्थ, पंचम, षष्ठम, सप्तम और अष्टम के अस्थिकलशों के पास रखा जाएगा। उनकी अस्थियां आज बाद में, एमेराल्ड बुद्ध मंदिर से दो मंदिरों में ले जाई जाएंगी।