सोल: दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई-इन अगले हफ्ते होने वाले एपीईसी शिखर सम्मेलन के इतर अपने चीनी समकक्ष शी जिनपिंग से वार्ता करेंगे। सोल ने आज यह जानकारी दी है। अमेरिका की एक मिसाइल रक्षा प्रणाली की वजह से दोनों पड़ोसियों के रिश्ते तनावपूर्ण है। बीजिंग ने दक्षिण कोरियाई कंपनियों पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए हैं और देश जाने वाले यात्रा समूहों को भी रोक दिया है। इन कदमों को अमेरिका के ‘टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड डिफेंस सिस्टम’ (THAAD) की तैनाती के जवाब में आर्थिक जवाबी कार्रवाई के तौर पर देखा जा रहा है। चीन इस मिसाइल प्रणाली को तैनात करने के कदम को अपनी सैन्य क्षमताओं पर खतरे के तौर पर देखता है जबकि सोल और वाशिंगटन ने कहा है कि यह प्रणाली परमाणु हथियारों से लैस उत्तर कोरिया की ओर से आसन्न मिसाइल खतरे से रक्षा के लिए है। (परमाणु परीक्षण के चलते उत्तर कोरिया खाली करवा रहा अपने कई शहर )
सोल में राष्ट्रपति के दफ्तर ने आज बताया कि शी और मून वियतनाम के डनान्ग में एपीईसी सम्मेलन के इतर बातचीत करेंगे। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति के राष्ट्रीय सुरक्षा कार्यालय के निदेशक नाम ग्वान-प्यो ने कहा कि द्विपक्षीय सहयोग बहाल करने और सभी क्षेत्रों में आदान प्रदान को सामान्य करने के उद्देश्य से सम्मेलन के लिए सहमति पहला कदम है।
चीन दक्षिण कोरिया का सबसे बड़ा कारोबारी पार्टनर है और उसके उठाए गए कदमों से खुदरा कारोबार करने वाली कंपनियों के समूह लोत्ते और कार निर्माता हुंदै सहित बड़ी दक्षिण कोरियाई कंपनियों पर गहरा असर पड़ा है। लोत्ते ने टीएचएएडी की तैनाती के लिए उपयोग में लाया गया गोल्फ कोर्स मुहैया कराया है।