काबुल: अमेरिकी सैनिकों ने तो अफगानिस्तान छोड़ दिया लेकिन सैन्य उपकरण से लेकर फाइटर जेट्स तक तालिबान की झोली में डाल दिए। अफगानिस्तान में काफी हथियार ऐसे भी है जो अब तालिबान के किसी काम के नहीं। जैसे काबुल के इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कम से कम 73 प्लेन्स ऐसे हैं जो अब कभी उड़ नहीं सकेंगे। इसी तरह तालिबान ने अफगान आर्मी से लड़ाई के दौरान कई हेलीकॉप्टर्स और प्लेन को मार गिराने का दावा किया था। कंधार और हेरात जैसे शहरों से इस तरह के विमानों की तस्वीरें कई बार सामने आ चुकी हैं और कई प्लेन ऐसे हैं जिन्हें उड़ाने के लिए तालिबान के पास पायलट नहीं है, उनकी देखभाल करनेवाले लोग नहीं है।
अब ऐसे हथियारों का क्या करे क्योंकि ये तो बिकेंगे नहीं, तो इसके लिए तालिबान ने नया फॉर्मूला निकाला है। तालिबान अब ऐसे हथियारों को अपने एंटरटेनमेंट के लिए इस्तेमाल करता है। एक वीडियो में तालिबान के कुछ लड़ाके झूला झूलते हुए दिखाई दिए। अब झूला झूलने में कोई बुराई नहीं लेकिन हैरानी इस बात की थी कि ये तालिबानी अमेरिका के फाइटर प्लेन्स को झूले की तरह इस्तेमाल कर रहे थे। उन लड़ाकू जहाजों के ब्लेड्स पर रस्सी बांधकर झूल रहे थे।
इस वीडियो में कम से कम 4 सुपर टुकानों फाइटर प्लेन्स दिख रहे हैं। एक एक प्लेन की कीमत 2000 करोड़ रुपए से ज्यादा है लेकिन चूंकि उन्हें उडाने वाला कोई नही है, अफगानिस्तान एयरफोर्स के पायलट्स ड्यूटी ज्वाइन नहीं कर रहे इसीलिए 8000 करोड़ से ज्यादा की कीमत वाले ये विमान अब झूला झूलने के काम आ रहे हैं।
वहीं, चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिझियान झाओ ने वीडियो शेयर करते हुए अमेरिका के मजे ले लिए हैं। झाओ ने लिखा है कि 'साम्राज्यों का कब्रगाह और उनकी जंगी मशीनें...तालिबान ने उनके प्लेन्स को झूले और खिलौनों में तब्दील कर दिया है।' इससे पहले भी तालिबानी आतंकियों के ऐसे कई वीडियो सामने आए हैं जिनमें वे कहीं नाचते दिख रहे हैं, तो कहीं बच्चों के अम्यूजमेंट पार्क में झूला झूलते नजर आ रहे हैं।
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