काबुल: अफगानिस्तान में तालिबान द्वारा रविवार को किए गए एक सूसाइड अटैक में 3 विदेशी सैनिकों की मौत हो गई। इस हमले में 3 सैनिक जख्मी भी हुए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूर्वी अफगानिस्तान में सैन्य गश्ती दल पर किए गए इस फिदायीन हमले में 3 विदेशी सैनिक मारे गए। इसे हाल के महीनों में अमेरिका के नेतृत्व वाले नाटो बलों पर सबसे घातक हमलों में से एक बताया जा रहा है। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन तालिबान ने ली है।
अफगानिस्तान में नाटो मिशन ने एक बयान में बताया कि अफगान बलों के साथ संयुक्त गश्त के दौरान एक फिदायीन हमले में रेजुलेट सपोर्ट सर्विस के 3 सदस्यों की मौत हो गई। बयान में कहा गया है कि हमले में एक अमेरिकी सैनिक और 2 अफगान सैनिक जख्मी हो गए हैं। बयान में, मारे गए सैनिकों की नागरिकता के बारे में जानकारी नहीं दी गई है। इसमें कहा गया है कि रेजुलेट सपोर्ट की नीति है कि वह प्रासंगिक राष्ट्र के प्राधिकारियों की ओर से पीड़ितों की नागरिकता सार्वजनिक करने से पहले कभी भी उनकी नागरिकता के बारे में जानकारी नहीं देता है।
परवान प्रांत के गवर्नर के प्रवक्ता वहिदा शाहकर ने बताया कि प्रांत के चारीकार शहर में सुबह 6 बजे अकेले फिदायीन हमलावर ने इस घटना को अंजाम दिया है। तालिबान ने एक बयान में हमले की जिम्मेदारी ली और कहा कि उन्होंने ‘सामरिक विस्फोट’ में 8 अमेरिकी सैनिकों को मार दिया या जख्मी कर दिया है। अमेरिका नीत नाटो ने अफगानिस्तान में 2014 में अपना जंगी मिशन समाप्त कर दिया था और अपने सैनिकों को वापस बुला लिया था, लेकिन 16,000 सैनिक अफगान बलों को प्रशिक्षण देने और आतंकवाद निरोधी अभियानों के लिए देश में हैं।