पंजशीर: पंजशीर में तालिबान ने अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह के बड़े भाई को गोली मारे जाने की खबर आ रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, तालिबानियों ने पंजशीर में सालेह के भाई को गोली मार दी है। वहीं अमरुल्लाह सालेह का कुछ अता-पता नहीं है।
सोशल मीडिया पर कई ट्वीट में दावा किया जा रहा है कि अफगानिस्तान की पंजशीर घाटी में तालिबान और नॉदर्न अलायंस के बीच गुरुवार रात हुई हिंसक झड़प में अमरुल्ला सालेह के बड़े भाई को तालिबान लड़ाकों ने गोली मार दी है। कुछ ट्वीट में कथित तौर पर उनकी मौत की बात भी कही गई है।
सरकार तालिबान की अंतरिम सरकार उम्मीदों के अनुरूप नहीं: अमेरिका
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने गुरुवार को कहा कि तालिबान की अंतरिम सरकार अंतरराष्ट्रीय समुदाय और अमेरिका की उम्मीदों के अनुरूप नहीं है। साथ ही उन्होंने सरकार में समावेशिता की कमी और उसमें शामिल कुछ लोगों की पृष्ठभूमियों पर चिंता भी जतायी। तालिबान ने पश्चिमी देशों के समर्थन वाली पूर्व निर्वाचित सरकार को सत्ता से बेदखल करते हुए अगस्त मध्य में अफगानिस्तान में अपना कब्जा जमाया था। तालिबान ने मंगलवार को मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद के नेतृत्व वाले कार्यवाहक मंत्रिमंडल की घोषणा की जिसमें कट्टरपंथी इस्लामिक समूह के हाई-प्रोफाइल सदस्यों को अहम पद दिए गए हैं। साथ ही इसमें कुख्यात हक्कानी नेटवर्क के नेता सिराजुद्दीन हक्कानी को गृह मंत्री बनाया गया है जो वैश्विक आतंकवादियों की सूची में शामिल है।
रिपब्लिकन सीनेटरों ने बाइडन की अफगानिस्तान नीति की आलोचना की
रिपब्लिकन पार्टी के शीर्ष सीनेटरों ने गुरुवार को राष्ट्रपति जो बाइडन की अफगानिस्तान नीति की निंदा की और कहा कि इसने देश को असुरक्षित किया और चीन जैसे प्रतिद्वंद्वियों को मजबूत बनाया। सीनेटर रिक स्कॉट ने कहा, ‘‘अमेरिका की यह लंबे समय से नीति रही है कि वह आतंकवादियों और उन्हें पनाह देने वाली सरकारों के बीच अंतर नहीं करता है। राष्ट्रपति जो बाइडन के विफल नेतृत्व की वजह से अब ऐसा नहीं रह गया।’’