दोहा: अफगानिस्तान के विदेश मंत्री ने दुनिया से बेहतर संबंधों की अपील की है। हालांकि उन्होंने लड़कियों की शिक्षा को लेकर कुछ भी ठोस प्रतिबद्धता जताने से इनकार किया जबकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अफगानिस्तान से यह कहा जा रहा है कि वह सभी बच्चों को स्कूल जाने की इजाजत दे। अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज होने के करीब दो महीने बाद अब तालिबान ने बाहरी मुल्कों से अपने संबंध बेहतर करने की कवायद शुरू कर दी है। देश की चरमराती अर्थवयवस्था की हालत सुधारने के लिए अफगानिस्तान सरकार को ओर से ये पहल की जा रही है।
अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी ने दोहा के दौरे पर हैं। उन्होंने यहां कहा-जरूरत है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय हमारे साथ सहयोग करे।इससे हम अपनी असुरक्षा दूर करने में कामयाब हो सकेंगे साथ ही दुनिया के साथ सकारात्मक तौर पर जुड़ सकेंगे। लेकिन तालिबान ने अभी तक हाईस्कूल में पढ़नेवाली लड़कियों के स्कूल भेजने पर कोई ठोस प्रतिबद्धता नहीं जताई जो कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय की ओर से की जा रही है।
तालिबान ने केवल लड़कों के लिए पिछले महीने छठी तक के स्कूलों को खोलने की इजाजत दी है। मुत्ताकी ने कहा कि इस्लामिक अमीरात सरकार कुछ हप्ते पहले ही सत्ता में आई है और बेहद सावधानी से आगे बढ़ रही है। हमसे कुछ हफ्तों में उस तरह से सुधार की उम्मीद नहीं की जा सकती जो अंतरराष्ट्रीय समुदाय पिछले 20 वर्षों में अफगानिस्तान में नहीं कर पाया। उनके पास पर्याप्त धन थे और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मदद मिल रही थी लेकिन आप हमसे दो महीने में रिफॉर्म की उम्मीद करते हैं?
अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में काबिज होने के बाद लड़कियों की शिक्षा पर लगी पाबंदी को लेकर अंतराराष्ट्रीय स्तर पर उसे कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा है। संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव ने भी लड़कियों की शिक्षा को लेकर तालिबान की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि तालिबान ने लड़कियों की शिक्षा पर पाबंदी को लेकर अपने वादे को तोड़ा है। मुत्ताकी ने बार-बार अमेरिका से 9 डॉलर से अधिक की रोक हटाने का आह्वान किया।