काबुल: काबुल एयरपोर्ट पर तालिबान के कब्जे के बाद पूरी तरह अफरा-तफरी का माहौल है। एयरपोर्ट के बाहर अभी भी हजारों लोग जमा है और तालिबान के लड़ाकों ने एयरपोर्ट के बाहर एंटी एयरक्राफ्ट गन तैनात कर दिया है। उधर एयरपोर्ट के अंदर पूरी तरह तबाही का मंजर है। लोग अभी भी किसी तरह काबुल से बाहर निकलना चाहते हैं। वहीं दूसरी तरफ तालिबान के खिलाफ देश के अंदर आवाज उठने लगी है। जलालाबाद, नंगनहार और पंजशीर में लोगों ने तालिबान के खिलाफ प्रदर्शन किया।
वहीं दूसरी तरफ काबुल पर कब्जे के बाद तालिबान अपने मेकओवर में जुटा है। तालिबानी घूम-घूम कर लोगों से बेखौफ रहने की अपील कर रहे हैं। काबुल के एक कस्बे का लेटेस्ट वीडियो आया है। जिसमें तालिबानी लोगों से उनसे नहीं डरने की अपील कर रहे हैं। तालिबान के लोग सरकारी और प्राइवेट कर्मचारियों से काम पर लौटने को कह रहे हैं। रानी की बात ये भी तालिबानी जब लोगों से बेखौफ रहने की अपील कर रहे थे तब भी उनक हाथों में बंदूकें थीं।
उधर अमेरिका के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि अमेरिकी नागरिकों और अफगान सहयोगियों को अफगानिस्तान से बाहर निकालने के कार्य में समन्वय के लिए काबुल हवाईअड्डे पर मौजूद अमेरिकी सैन्य कमांडर तालिबान नेताओं के संपर्क में हैं। पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने पत्रकारों से कहा कि लोगों को बाहर निकालने के क्रम में तालिबान नेताओं के साथ आवश्यक बातचीत जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि हवाईअड्डे पर तालिबान के साथ कोई नई शत्रुवत भिड़ंत नहीं हुई है।
यह पूछे जाने पर कि क्या अफगानिस्तान से बाहर जाने का इंतजार कर रहे अफगान सहयोगियों और अन्य को काबुल हवाईअड्डे तक सुरक्षित रास्ता देने के लिए अमेरिकी कमांडरों ने तालिबान के साथ कोई समझौता किया था, किर्बी ने कहा, ‘‘हमारे कमांडरों द्वारा तालिबान नेताओं के साथ हवाईअउ्डे पर बातचीत हो रही है।’’ अधिकारियों को उम्मीद है कि लोगों को अफगानिस्तान से बाहर निकालने की गति तेज होगी और देश से हर रोज 9,000 लोगों को बाहर ले जाया जा सकता है। रविवार को काबुल पर कब्जे के साथ ही तालिबान का पूरे अफगानिस्तान पर कब्जा हो गया। काबुल हवाईअड्डे के प्रवेश बिन्दुओं पर तालिबान तैनात है।
इनपुट-एजेंसी