ताइपे: ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग वेन ने अपने देश की सेना को मजबूत करने की बात कही है, लेकिन कहा कि वह अपने सबसे बड़े दुश्मन चीन के साथ भारी तनाव के बीच भी युद्ध नहीं चाहता। साई के पिछले वर्ष मई में सत्ता संभालने के बाद दोनों देशों के बीच संबंध तेजी से बिगड़े हैं। चीन ने ताइवान के साथ अपने सभी आधिकारिक संवाद बंद कर दिए हैं। (UN ने उत्तर कोरिया में सामान ले जाने वाले जहाजों पर लगाया प्रतिबंध)
साई ने सोमवार को राष्ट्रीय दिवस समारोह में अपने संबोधन में कहा कि ताइवान अपने सैन्य जेट और पनडुब्बियों के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है और इसे अपनी साइबर सुरक्षा बढ़ाने तथा जासूसी के खतरों के निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए। राष्ट्रपति ने कहा कि सैनिकों का मनोबल बढ़ाया जाना चाहिए और उनके फायदों में भी सुधार होना चाहिए। राष्ट्रपति ने कहा, हालांकि हम अपनी सैन्य क्षमताओं को मजबूत कर रहे हैं, लेकिन हम युद्ध नहीं चाहते।
उन्होंने कहा, हम ताइवान जलडमरूमध्य तथा क्षेत्रभर में शांति और स्थायित्व के लिए प्रतिबद्ध हैं। चीन बार-बार कहता रहा है कि बातचीत दोबारा शुरू करने के लिए साई को यह स्वीकार करना चाहिए कि दोनों पक्ष एक चीन का हिस्सा हैं, लेकिन ताइवानी नेता ने ऐसा करने से इनकार किया है।