हनोई: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज दो देशों की चार दिन यात्रा के पहले चरण में आज रात वियतनाम की राजधानी हनोई पहुंची। वह वियतनाम और कंबोडिया की चार दिन की यात्रा पर हैं जिसका मकसद आसियान क्षेत्र के दो अहम मुल्कों के साथ भारत के रिश्तों को गहरा करना है। भारतीय दूतावास ने यहां ट्वीट किया कि स्वराज की अगवानी राजदूत पी हरीश, भारतीय बच्चों और वियतनाम के विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने की। भारतीय बच्चों ने उन्हें फूल दिए। (फ्लोरिडा के जैक्सनविले में गोलीबारी, 4 की मौत, 11 लोग घायल )
भारत के रिश्ते शक्तिशाली आसियान समूह के दो अहम देशों वियतनाम और कंबोडिया के साथ प्रगति पर हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ‘‘ आसियान में एक रणनीतिक साझेदार और एक अहम दोस्त! विदेश मंत्री सुषमा स्वराज वियतनाम के हनोई पहुंची जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत हुआ। विदेश मंत्री की दक्षिण पूर्वी एशिया के दो देशों की यात्रा के पहले चरण के दो दिनों के दौरान (27-28 अगस्त को) व्यस्त कार्यक्रम हैं।’’
वियतनाम में स्वराज संयुक्त आयोग की 16वीं बैठक की देश के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री फाम बिन्ह मिन्ह के साथ सह अध्यक्षता करेंगी। वह प्रधानमंत्री न्यूयेन ज़ुआन फुक से भी मुलाकात करेंगी। स्वराज हिंद महासागर सम्मेलन के तीसरे संस्करण का भी उद्घाटन करेंगी। स्वराज 29 अगस्त को अपने पहले आधिकारिक दौरे पर कंबोडिया भी जाएंगी।