नई दिल्ली: भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का मुस्लिम देशों के संगठन ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक को-ऑपरेशन (OIC) में अपना संबोधन दिया। पहली बार इस संगठन की तरफ से भारत को आमंत्रित किया गया है और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को गेस्ट ऑफ ऑनर के तौर पर बुलाया गया है। सुषमा स्वराज ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि OIC के मंच पर आना उनके लिए बहुत बड़ा सम्मान है, उन्होंने कहा कि वह इस मंच पर एक ऐसे देश का प्रतिनिधित्व कर रही हैं जो ज्ञान का भंडार, शांति का संदेश देने वाला तथा कई धर्मों का घर होने के साथ एक बड़ी अर्थव्यवस्था भी है।
OIC के मंच पर आतंकवाद के खिलाफ बोलीं सुषमा
सुषमा स्वराज ने OIC के मंच पर आतंकवाद पर निशाना साधते हुए कहा कि आतंकवाद दुनियाभर में लोगों की जान ले रहा है और अस्थिरता पैदा कर रहा है, उन्होंने कहा कि दुनियाभर में आतंकवाद लगातार बढ़ रहा है और इसकी वजह से मरने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई किसी धर्म के साथ लड़ाई नहीं है। इस्लाम धर्म का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अल्लाह के 99 नामों में किसी भी नाम का अर्थ हिंसा नहीं है, उन्होंने कहा कि दुनिया का हर धर्म शांति का पाठ पढ़ाता है।
पाकिस्तान का नाम लिए बिना साधा निशाना
पाकिस्तान का नाम लिए बिना सुषमा स्वराज ने कहा कि अगर हमें मानवता को बचाना है तो आतंकवाद का समर्थन करने वाले, आतंकवाद को फंडिंग करने वाले और आतंकियों को शरण देने वाले देशों को कहना होगा कि वे अपने देश में मौजूद आतंकियों के कैंपों को नष्ट करें और उन्हें फंडिंग देना भी रोके।
पाकिस्तान ने किया OIC का बहिष्कार
इस बीच पाकिस्तान मुस्लिम देशों के संगठन आर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (OIC) के बहिष्कार को मजबूर हो गया है। पाकिस्तान भारत के विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को OIC में तरजीह देने से नाराज है।
स्वराज दो दिवसीय ओआईसी की बैठक के उद्घाटन समारोह में शुक्रवार को हिस्सा ले रही हैं। भारत को 57 इस्लामिक देशों के समूह ने पहली बार अपनी बैठक में आमंत्रित किया है। सुषमा स्वराज को विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि में भारत और OIC के बीच यह नया संबंध स्थापित हो रहा है।
मंगलवार को बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े शिविर पर भारत के हवाई हमले के बाद दोनों देशों के बीच संबंध और तनावपूर्ण हुए हैं। वहीं पाकिस्तान ने बुधवार को जवाबी कार्रवाई की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया है, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ओआईसी के मंत्री स्तरीय बैठक के लिए अबु धाबी पहुंचीं। भारत को संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्री एचएच शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाह्यान ने विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है।
पाकिस्तान में आतंकवादी शिविरों पर हमले के बाद इस्लामाबाद ने प्रयास किया था कि ओआईसी के लिए स्वराज का आमंत्रण रद्द हो जाए। गौरतलब है कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी भी इस बैठक में हिस्सा नहीं ले रहे हैं। उन्होंने पहले कहा था कि स्वराज के ओआईसी में हिस्सा लेने पर वह बैठक का बहिष्कार करेंगे।