स्योल: उत्तर कोरिया के तानाशाह नेता किम जोंग उन आजकल दुनिया की सबसे चर्चित शख्सियतों में से एक बने हुए हैं। उनका देश जब देखो तब किम के आदेश पर किसी न किसी मिसाइल की टेस्टिंग करता रहता है। किम जोंग के बयान भी दुनिया की टेंशन बढ़ाते रहते हैं जिसमें वह अपने दुश्मन देशों को बर्बाद करने की कसमें खाते हैं। यहां तक कि डोनाल्ड ट्रंप के साथ उनका वाकयुद्ध भी बेहद निचले स्तर तक पहुंच चुका है। किम कब क्या कर जाएं कोई नहीं जानता, और ऐसे में अमेरिका और दक्षिण कोरिया एक ऐसा काम कर रहे हैं, जो कोरियाई तानाशाह को बुरी तरह चिढ़ा सकती है।
दरअसल, अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने अपना अभी तक का सबसे बड़ा संयुक्त वायुसेना अभ्यास शुरू किया है जिसे उत्तर कोरिया ने ‘उकसावा’ बताया है। गौरतलब है कि पिछले सप्ताह बुधवार को उत्तर कोरिया द्वारा शक्तिशाली अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) का परीक्षण किए जाने के बाद अमेरिका और दक्षिण कोरिया यह सैन्य अभ्यास कर रहे हैं। स्योल में वायुसेना के बताया कि इस 5 दिवसीय ‘विजिलेंट S’ अभ्यास में F-22 राप्टर स्टिल्थ लड़ाकू विमानों सहित 230 विमान और हजारों की संख्या में सैनिक शामिल हैं। अभ्यास सोमवार से शुरू हुआ है।
प्योंगयांग ने वीकेंड पर इस अभ्यास की आलोचना करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन पर ‘परमाणु युद्ध के लिए उकसाने’ का आरोप लगाया है। उत्तर कोरिया द्वारा पूरे अमेरिकी महाद्वीप में कहीं भी निशाना बना सकने की क्षमता रखने वाले ICBM का परीक्षण किए जाने के 5 दिन बाद यह अभ्यास हो रहा है। अमेरिका और दक्षिण कोरिया शायद यह सोच रहे हों कि उनके इस अभ्यास से किम जोंग अपनी खोल में वापस चले जाएंगे या फिर उनकी रणनीति किम जोंग को ‘चिढ़ाने’ की होगी ताकि वह फिर कोई अनाप-शनाप हरकत करें और उनके ऊपर और अंतर्राष्ट्रीय दबाव बनाने का मौका मिल जाए।