कोलंबो: श्रीलंका ने अपने सेना प्रमुख की यात्रा पर प्रतिबंध लगाए जाने को लेकर अमेरिका के समक्ष 'सख्त आपत्ति' जताई है। अमेरिका ने श्रीलंका के सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल शवेंद्र सिल्वा और उनके परिवार पर यात्रा प्रतिबंध लगाया हुआ है। श्रीलंका ने कहा कि प्रतिबंध का कदम असत्यापित सूचना पर उठाया गया है। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पीयो ने कहा था कि सिल्वा के खिलाफ बड़े स्तर पर मानवाधिकार उल्लंघन के आरोप गंभीर एवं विश्वास करने योग्य हैं।
विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार रात को जारी बयान में कहा, ''श्रीलंका सरकार ने अपने सेना प्रमुख सिल्वा और उनके परिवार के सदस्यों की यात्रा पर लगाए प्रतिबंध के खिलाफ अमेरिका के समक्ष आधिकारिक रूप से अपनी आपत्ति दर्ज की है।’’
बयान में कहा गया कि श्रीलंका सरकार ने अमेरिका से निवेदन किया है कि वह अपने सूत्रों की सत्यता की जांच करें और अपने फैसले पर विचार करें। बयान में कहा गया कि श्रीलंका के राष्ट्रपति द्वारा अपने सेना प्रमुख की नियुक्ति को लेकर अमेरिका की ओर से सवाल किया जाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण था।
सिल्वा की नियुक्ति के समय अमेरिका और यूरोपियन यूनियन की ओर से आपत्ति दर्ज कराई गई थी। सिल्वा को पिछले साल सेना प्रमुख नियुक्त किया गया था और इससे पहले वह सेना की 58वीं डिवीजन के प्रमुख थे।
उनके कार्यकाल के दौरान ही लिब्रेशन टाइगर ऑफ तमिल ऐलम (लिट्टे) के खिलाफ आखिरी अभियान चलाया गया था। उनकी ब्रिगेड पर आम नागरिकों, अस्पतालों पर हमले करने और युद्ध क्षेत्र में फंसे तमिल असैनिकों की मानवीय आपूर्ति बाधित करने का आरोप था।