कोलंबो: श्रीलंका ने ईस्टर के दिन हुए विस्फोटों में मृतकों की संख्या में गुरुवार को संशोधन किया है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, ईस्टर के दिन हुए इन विस्फोटों में 359 नहीं बल्कि 253 लोगों की मौत हुई थी। प्रशासन ने इससे पहले बताया था कि 9 आत्मघाती हमलावरों ने इन हमलों को अंजाम दिया था, जिसमें 359 लोगों की मौतें हुई और 500 से अधिक घायल हुए थे। ऐसा संदेह किया जा रहा है कि इस हमले में स्थानीय इस्लामी चरमपंथी संगठन नेशनल तौहीद जमात (NTJ) का हाथ है।
हालांकि, अब स्वास्थ्य सेवा के महानिदेशक डॉक्टर अनिल जयसिंघे ने बताया कि पहले वाली संख्या गिनती में गलती होने की वजह से बताई गई थी। उन्होंने कहा कि इस हमले में मृतकों की संख्या लगभग 253 होगी, न कि मीडिया में आई खबरों के अनुसार 359 है। जयसिंघे ने बताया कि कम से कम 485 घायल लोगों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है। इसी बीच, विदेश मंत्रालय ने बताया कि 11 भारतीय लोगों समेत 40 विदेशी नागरिकों की मौत इस हमले में हुई। आपको बता दें कि ये हमले श्रीलंका के पिछले 10 साल से ज्यादा के इतिहास में सबसे बड़े आतंकी हमले थे।
वहीं दूसरी तरफ प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने कहा कि अधिकारी आतंकियों के ‘स्लीपर सेल्स’ को निशाना बना रहे हैं, जो फिर से धमाकों को अंजाम दे सकते हैं। इस बीच हमलों की जांच के सिलसिले में अधिकारियों ने 6 संदिग्धों की तस्वीरें जारी की हैं, जिनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं। पुलिस ने अपनी जांच तेज करते हुए 16 लोगों को गिरफ्तार किया है और 76 लोगों को हिरासत में लिया है। गिरफ्तार किए गए लोगों से गहन पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने गुरुवार की रात 3 पुरुषों और 3 महिलाओं के नाम और स्केच जारी किए तथा आम लोगों से उनके बारे में जानकारी देने को कहा है।