कोलंबो: श्रीलंका में अल्पसंख्यक मुसलमानों और बहुसंख्यक सिंहली समुदायों के बीच हिंसा की घटनाओं को देखते हुए देशभर में कर्फ्यू लगा दिया गया है। ये कर्फ्यू सामवार की रात में छह घंटे के लिए लगाया गया है। लेकिन, अगर फिर भी हालात नहीं सही हुए तो इसी सीमा बढ़ाई भी जा सकती है। वहीं कुछ जगहों पर कर्फ्यू पहले से ही लगा हुआ था, जिसे हटाने पर फिर हंसा हुई तो कर्फ्यू को मंगलवार की शाम चार बजे तक के लिए दोबारा लगाना पड़ा।
श्रीलंका के उत्तर पश्चिमी क्षेत्र के चार शहरों में तो सोमवार की सुबह को पहले लगे कर्फ्यू को हटा दिया गया था लेकिन हटाने के कुछ ही घंटों बाद इसे फिर से लागू कर दिया। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘कुलियापिटिया, हेटिपोला, बिंगिरिया और डूमलसूरिया में सोमवार सुबह छह बजे कर्फ्यू हटाया गया था। लेकिन, हेटिपोला में दोपहर को सामुदायिक हिंसा के बाद मंगलवार सुबह चार बजे तक के लिए कुलियापिटिया, हेटिपोला, बिंगिरिया और डूमलसूरिया में कर्फ्यू फिर से लगा दिया गया।’’
इससे पहले श्रीलंका सरकार ने देश में अल्पसंख्यक मुसलमानों और बहुसंख्यक सिंहली समुदायों के बीच हिंसा की घटनाओं के बाद सोशल मीडिया पर भी फिर से प्रतिबंध लगा दिया था। फेसबुक और व्हाट्सऐप पर प्रतिबंध से एक दिन पहले श्रीलंकाई पुलिस ने रविवार को देश के पश्चिम तटीय शहर चिलॉ में भीड़ द्वारा एक मस्जिद और मुस्लिमों की कुछ दुकानों पर हमला किए जाने के बाद तत्काल प्रभाव से कर्फ्यू लगा दिया था।
उल्लेखनीय है कि देश में 21 अप्रैल को तीन गिरजाघरों और तीन लक्जरी होटलों में हुए आत्मघाती हमलों में 253 लोगों की मौत हो गई थी और 500 से अधिक लोग घायल हो गए थे। इन हमलों के बाद से देश में हिंसा की घटनाएं बढी हैं।
(इनपुट-भाषा)