कोलंबो: भारत सरकार के स्वच्छता अभियान स्वच्छ भारत से प्रेरित होकर श्रीलंका ने शुक्रवार को कहा कि वह दक्षिण एशिया में शौचालयों तक पहुंच में सुधार के लिए एक क्षेत्रीय शोध एवं विकास केंद्र की स्थापना करेगा। नगर नियोजन एवं जलापूर्ति मंत्री राऊफ हकीम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उनके महत्वाकांक्षी कार्यक्रम को लेकर सराहना की और कहा कि श्रीलंका दक्षिण एशियाई देशों में उपयुक्त स्वच्छता तक पहुंच में हुई प्रगति की समीक्षा के लिए सोमवार से 3 दिवसीय बैठक की मेजबानी करेगा।
रउफ ने कहा, ‘दक्षिण एशिया क्षेत्र में स्वच्छता सबसे चुनौतीपूर्ण सामाजिक सेवा प्राथिमकता बन गई है।’ उन्होंने कहा कि श्रीलंका दक्षिण एशिया में शौचालयों तक पहुंच में सुधार लाने के लिए एक क्षेत्रीय शोध एवं विकास केंद्र की स्थापना करेगा। दुनिया की 20 फीसद आबादी दक्षिण एशिया में रहती है। उन्होंने कहा कि उनका देश शौचालय के उपयोग में अन्य देशों से आगे है। श्रीलंका में 98.5 फीसद लोग शौचालय का उपयोग करते हैं और खुले में शौच कुछ साल पहले के 14 फीसद से घटकर करीब एक फीसद रह गया है।
हकीम ने कहा, ‘भारत में अब भी बड़ी संख्या में लोग खुले में शौच के लिए जाते हैं लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत के तहत 2019 तक इस प्रथा को खत्म करने की महत्वाकांक्षी पहल शुरू की है।’