सोल: दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई-इन ने आज ऐलान किया कि परमाणु हथियार सम्पन्न उत्तर कोरिया की धमकियों के बावजूद दक्षिण कोरिया परमाणु हथियार विकसित नहीं करेगा। मून ने संसद में दिये अपने संबोधन में कहा, ‘‘परमाणु हथियार सम्पन्न राष्ट्र बनने के उत्तर कोरिया के जोर को स्वीकारा या बर्दाश्त नहीं किया जा सकता और हम स्वयं भी किसी परमाणु हथियार को विकसित नहीं करेगें।’’ (जबरदस्ती सीरिया ले जाई गई लड़की 5 साल बाद अमेरिका लौटेगी)
हाल के महीने में उत्तर कोरिया ने अपना छठा परमाणु परीक्षण किया था। यह अब तक का सबसे शक्तिशाली परमाणु परीक्षण था। उत्तर कोरिया ने अमेरिकी भूभाग तक पहुंचने में सक्षम मिसाइल का भी प्रक्षेपण किया, जिससे अमेरिका के साथ सुरक्षा गठबंधन को लेकर दक्षिण कोरिया में चिंताएं बढ़ गयी हैं। दक्षिण कोरिया के मीडिया एवं विपक्षी नेताओं ने अमेरिकी सामरिक परमाणु हथियारों की मांग की है, जिन्हें वर्ष 1990 के दशक में प्रायद्वीप से वापस हटा लिया गया था।
कुछ ने यह सुझाव दिया कि अगर अमेरिका इससे सहमत नहीं होता तो दक्षिण कोरिया को खुद परमाणु क्षमता का विकास करना चाहिए। अमेरिका के रक्षा मंत्री जिम मैटिस ने सप्ताहांत में अपनी यात्रा के दौरान इस विचार पर संदेह जताया था। बहरहाल, मून ने अपने संबोधन में कहा कि दक्षिण कोरिया का यह दृष्टिकोण ‘‘कोरियाई प्रायद्वीप में दोनों कोरियाई देशों द्वारा वर्ष 1992 में की गई नि:शस्त्रीकरण संबंधी संयुक्त घोषणा पर आधारित है।’’