सियोल: साउथ कोरिया के बेरोजगारों की संख्या मई में रिकॉर्ड उंचाई पर पहुंच गई क्योंकि कोविड-19 महामारी ने नौकरी के बाजार को खासा प्रभावित किया है। रविवार को सामने आए स्टेटिस्टिक्स कोरिया के आंकड़ों के मुताबिक, बेरोजगारों की संख्या जो तीन महीने से कम समय के लिए नौकरी ढूंढना चाहते थे, उनकी संख्या मई में 7,35,000 हो गई है। यह संख्या पिछले साल से 1,07,000 ज्यादा है। योनहाप न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, एजेंसी ने जून 1999 में डेटा संकलित करने के बाद मई के महीने के लिए इसे सबसे बड़ा आंकड़ा बताया है।
6 सप्ताह के बाद सरकार ने दी ढील
मई की शुरूआत में जब देश में सोशल डिस्टैंसिंग बढ़ी तो कुछ आर्थिक रूप से असक्रिय लोगों ने नौकरी खोजनी शुरू की। बताते हैं कि इसी वजह से इससे बेरोजगारों की संख्या में वृद्धि हुई। बता दें कि देश में 6 सप्ताह के बाद सरकार ने प्रतिबंधों में ढील दे दी है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, मई में साउथ कोरिया की बेरोजगारी दर 4.5 प्रतिशत थी, जो 10 वर्षों में उच्चतम स्तर पर है। मई में काम करने वाले लोगों की संख्या में 3,92,000 की कमी आई है जो लगातार तीसरी मासिक गिरावट थी।
कोरोना से उबर रहा है साउथ कोरिया
बता दें कि साउथ कोरिया शुरुआत में महामारी से बुरी तरह प्रभावित था, लेकिन उसने इसपर तेजी से काम किया और अब काफी हद तक हालात नियंत्रण में हैं। देश में अभी तक कुल 12,085 मामले सामने आए हैं जिनमें से 10,718 लोग इस बीमारी को मात दे चुके हैं। वहीं, 277 लोगों को चीन से पैदा हुए इस वायरस के चलते अपनी जान गंवानी पड़ी है। देश में इस समय सिर्फ 1,090 ऐक्टिव मामले हैं जिनमें से 15 की हालत गंभीर है।