सोल: दक्षिण कोरिया के समाचार जगत ने आज उस घटना पर गुस्सा और नाराजगी जताई है जिसमें चीन के सुरक्षा कर्मियों ने बीजिंग में राष्ट्रपति मून जे इन की यात्रा को कवर कर रहे दक्षिण कोरियाई फोटो पत्रकार को पीट पीटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। विपक्षी दलों और इंटरनेट उपयोक्ताओं ने कहा कि यह घटना छोटे पड़ोसियों के प्रति एशिया के बड़े देश के रवैये को दिखाती है। (नेट न्यूट्रैलिटी पर ट्रंप प्रशासन ने किया FCC का समर्थन कहा, स्वतंत्र एवं निष्पक्ष इंटरनेट का समर्थन करते हैं )
मुख्य विपक्षी लिबर्टी कोरिया पार्टी ने मून से अपनी चार दिवसीय यात्रा खत्म करने और तुरंत स्वदेश लौटने का अनुरोध किया। उसने कहा कि यह हिंसा ‘‘समस्त दक्षिण कोरिया के खिलाफ आतंकवादी हमला’’ है। गौरतलब है कि चीन के सुरक्षा कर्मियों ने दक्षिण कोरिया के फोटोग्राफरों को मून के प्रतिनिधिमंडल का पीछा करने से रोका। इसके बाद फोटोग्राफर को जमीन पर धक्का दिया गया और मारा गया।
इससे उसकी मुंह की हड्डियों में फ्रैक्चर आ गया और आंख की नसें क्षतिग्रस्त हो गई। अंग्रेजी भाषी कोरिया टाइम्स ने इसे ‘‘चीनी सुरक्षाकर्मियों द्वारा बल का भयावह इस्तेमाल’’ बताया। इंटरनेट उपयोक्ताओं ने भी इस घटना पर गुस्सा जताया है।