सोल: दक्षिण कोरिया ने अपने पूर्वी तट के निकट विवादित दोकदो द्वीप की रक्षा के लिए सोमवार को दो दिनों युद्धाभ्यास शुरू कर दिया। स्योल को डर है कि जापान इस द्वीप पर हमला कर सकता है। इस अभ्यास के कुछ दिन पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दक्षिण कोरिया के साथ संयुक्त अभ्यास स्थगित किए जाने की घोषणा की थी। दरअसल इन अभ्यासों का मकसद उत्तर कोरिया की आक्रामकता से बचाव था लेकिन ट्रंप ने अभ्यासों को ‘खर्चीला’ और ‘उकसावे’ वाला बताते हुए इसे स्थगित करने की घोषणा की।
दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि इस अभ्यास में 6 वॉरशिप 7 विमान शामिल हो रहे हैं। स्योल के रक्षा मंत्रालय की प्रवक्ता चोई यून सू ने बताया, ‘दोकदो रक्षा अभ्यास नियमित प्रशिक्षण है ताकि बाहरी ताकतों के आक्रमण से बचाव किया जा सके।’ कोरियाई प्रायद्वीप पर जापान के औपनिवेशिक शासन के अंत से ही सी ऑफ जापान (पूर्वी सागर) में स्थित इन द्वीपों पर स्योल का नियंत्रण है जबकि जापान भी इस द्वीप पर अपना दावा जताता है। इसे जापान में ताकेशिमा के नाम से जाना जाता है। तोक्यो का आरोप है कि स्योल ने इस पर अवैध कब्जा जमा रखा है।
हालांकि जापान की ओर से हमले की कोई आशंका नहीं लगती लेकिन दक्षिण कोरिया ने पहली बार वर्ष 1986 में युद्धाभ्यास किया था और उसके बाद वर्ष 2003 से साल में 2 बार इनका आयोजन करता रहा है। जापान ने इस अभ्यास पर तीखी प्रतिक्रिया जताते हुए इसकी निंदा की है। जापानी विदेश मंत्रालय ने कहा कि उसने सामान्य राजनयिक चैनलों के जरिए तीखा विरोध जताया है। उसने इस अभ्यास को पूरी तरह से अस्वीकार्य बताया।