सिंगापुर। सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सिएन लूंग की सत्ताधारी पीपल्स एक्शन पार्टी (पीएपी) ने शुक्रवार को हुए आम चुनाव में 93 में से 83 सीटों पर बड़ी जीत हासिल कर दोबारा सत्ता में लौटने का रास्ता पार कर लिया है। 68 वर्षीय ली सिएन को अपने चुनाव क्षेत्र अंग मो किओ से दोबारा चुन लिया गया है। ली और उनके दल को 71.91 प्रतिशत मत मिले हैं।
उप प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री हेंग वी कीट भी अपना चुनाव जीत गए हैं। विपक्षी वर्कर्स पार्टी केवल 10 सीटों पर ही जीत हासिल कर पाई। इस पार्टी का नेतृत्व भारतवंशी राजनेता प्रीतम सिंह के हाथों में है। 2015 के आम चुनाव में वर्कर्स पार्टी को केवल 6 सीट पर जीत मिली थी। आम चुनाव में 192 उम्मीदवार मैदान में थे।
पीएपी पूर्ण बहुमत के साथ स्वतंत्रता के बाद से ही सिंगापुर की सत्ता पर काबिज है। पीएपी सहित 11 राजनैतिक दलों ने कोविड-19 महामारी के दौरान नौ दिनों तक आम चुनाव के लिए खूब प्रचार किया। कोरोना वायरस महामारी के बीच मतदाताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इस बार मतदान केंद्रों की संख्या पिछली बार के 880 से बढ़ाकर 1100 की गई।
पिछले महीने प्रधानमंत्री ली ने आम चुनावों की घोषणा की थी। यह चुनाव अपने तय समय से 10 माह पहले करवाए गए हैं। नई सरकार को पांच साल के लिए पूर्ण बहुमत मिला है ताकि वह राष्ट्रीय एजेंडे पर अपना पूरा ध्यान केंद्रित कर सके। ली की पीएपी 1950 के बाद से हर आम चुनाव में बड़ी जीत दर्ज कर रही है। सत्ताधारी पीएपी अकेली ऐसी पार्टी थी, जिसने सभी 93 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। यह दूसरा सबसे बड़ा आम चुनाव था, जहां विपक्षी दलों ने सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे।
सितंबर, 2015 में हुए अंतिम चुनाव में पीएपी ने 89 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 83 सीटों पर जीत हासिल की थी। ली सिंगापुर के तीसरे प्रधानमंत्री है और वह 2004 से सरकार का नेतृतव कर रहे हैं। उनके पिता ली कुआर ये सिंगापुर के पहले प्रधानमंत्री थे।