Tuesday, November 05, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. विदेश
  3. एशिया
  4. सिंगापुर: 148 वर्ष पुराने हिंदू मंदिर में पुन : प्रतिष्ठा का काम शुरू

सिंगापुर: 148 वर्ष पुराने हिंदू मंदिर में पुन : प्रतिष्ठा का काम शुरू

सिंगापुर के संचार एवं सूचना मंत्री एस ईश्वरन और भारत से यहां पहुंचे पुजारियों ने 148 वर्ष पुराने हिंदू मंदिर में पुन : प्रतिष्ठा का कार्य आरंभ किया। इस दौरान करीब 10,000 श्रद्धालु यहां मौजद रहे।

Edited by: India TV News Desk
Published on: June 04, 2018 11:24 IST
Singapore Reinstatement of 148-year-old Hindu temple begins- India TV Hindi
Singapore Reinstatement of 148-year-old Hindu temple begins

सिंगापुर: सिंगापुर के संचार एवं सूचना मंत्री एस ईश्वरन और भारत से यहां पहुंचे पुजारियों ने 148 वर्ष पुराने हिंदू मंदिर में पुन : प्रतिष्ठा का कार्य आरंभ किया। इस दौरान करीब 10,000 श्रद्धालु यहां मौजद रहे। ‘ स्ट्रेट्स टाइम्स ’ की खबर के अनुसार मंदिर में 48 दिन तक चलने वाली इस अभिषेक प्रक्रिया का आरंभ कल सुबह नौ बजकर 45 मिनट पर किया गया। करीब चार साल चले इस मंदिर के पुनरुद्धार कार्य में करीब 40 लाख सिंगापुरी डॉलर का खर्चा आया है। (जी 7 शिखर वार्ता में शामिल नहीं होंगी मेलानिया ट्रंप )

सिंगापुर के हिंदू मंदिरों में ‘‘ महा सम्प्रोक्षणम ’’ नामक इस अनुष्ठान का अयोजन हर 12 से 15 वर्ष में किया जाता है। इनमें से कई का निर्माण करीब 100 वर्ष पहले भारत से यहां पहुंचे लोगों ने किया था। मंदिर समिति ने इस नवीनीकरण के लिए योजनाओं की समीक्षा एवं समर्थन के लिए कलाकारों तथा तकनीकी सलाहकारों का सहयोग लिया। ‘ श्रीकृष्ण मंदिर ’ की स्थापना वॉटरलू स्ट्रीट पर वर्ष 1870 में की गई थी। यह अब भी अपने मूल स्थान पर स्थित है , इसके पुरुद्धार का कार्य जून 2014 में शुरू हुआ था।

समारोह के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए ईश्वरन ने कहा कि मंदिर इस बात का प्रतीक है कि सिंगापुर के लोग कैसे एक - दूसरे की मान्यताओं एवं संस्कृति को साझा करते हैं जो समुदाय और पारस्परिक सम्मान की भावना पैदा करता है। उन्होंने कहा , ‘‘ मंदिर का एक सबसे दिलचस्प पहलू यह है कि इसने विविध धार्मिक एवं जातीय पृष्ठभूमि के सिंगापुर के लोगों को आकर्षित किया है। ’’

Latest World News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Asia News in Hindi के लिए क्लिक करें विदेश सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement