सिंगापुर. सिंगापुर की एक सॉफ्टवेयर कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी को मंगलवार को तीन हफ्ते जेल की सजा सुनाई गई। इस अधिकारी ने पिछले वर्ष अप्रैल माह में नस्ली ट्वीट किए थे जिनमें उसने भारतीयों तथा कोविड-19 को लेकर भारतीय प्रवासियों की निंदा की थी। एक मीडिया रिपोर्ट में यह कहा गया।
चैनल न्यूज एशिया की खबर के मुताबिक, जैनल अबिदीन शैफुल बहारी ने दो आरोपों को स्वीकार कर लिया है जिनमें सिंगापुर में भिन्न नस्ली समूहों के बीच सौहार्द्र को नुकसान पहुंचाने वाली गतिविधि को अंजाम देना शामिल है। सजा देते वक्त ऐसे ही दो अन्य आरोपों पर भी विचार किया गया।
अप्रैल 2020 में पुलिस को शिकायत मिली थी कि एक व्यक्ति ने ट्वीट करके कोविड-19 को लेकर भारतीय प्रवासियों की आलोचना की है। यह ट्विटर अकाउंट जैनल का था। जैनल के वकील ने दावा किया कि उनका मुवक्किल ‘‘नस्लवादी’’ नहीं है और मजाक करने के दौरान उसने सीमा पार कर दी। जैनल ने मार्च से अप्रैल 2020 के बीच आपत्तिजनक ट्वीट किए थे।
जिला न्यायाधीश एस.जेनिफर मैरी ने कहा कि नस्ल और धर्म संवेदनशील मुद्दे हैं और लोगों को यह ज्ञात होना चाहिए कि लापरवाही से की गई टिप्पणियों से सामाजिक व्यवस्था भंग हो सकती है।
उन्होंने कहा, ‘‘और जब ऐसी टिप्पणियां इंटरनेट के माध्यम से की जाती हैं तो उनकी पहुंच बहुत अधिक होती है तथा इससे शांति और नस्ली सौहार्द्र को ऐसा नुकसान होने की आशंका रहती है जिसे सुधारा नहीं जा सकता।’’ न्यायाधीश ने कहा कि लगातार चल रही वैश्विक महामारी के कारण नस्ली तनाव पहले ही बढ़ गया है और ऐसे में सख्त संदेश देने की जरूरत है। उन्होंने जैनल से कहा कि ट्वीट में जो भाषा इस्तेमाल की गई थी वह बहुत खराब थी।