ढाका: बांग्लादेश में बुधवार को कोमिल्ला जिले में दुर्गा पूजा समारोह के दौरान पंडालों में हुई तोड़फोड़ और हिंदू मंदिरों पर हमले की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कड़ी निंदा की। शेख हसीना ने चेतावनी देते हुए कहा कि जो कोई भी इस हमले में शामिल हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा चाहे वो किसी भी धर्म के हों। शेख हसीना ने इसके साथ ही भारत को भी सतर्क रहने की नसीहत दी है।
बांग्लादेश में बुधवार को कोमिल्ला जिले में दुर्गा पूजा समारोह के दौरान पंडालों में हुई तोड़फोड़ और हिंदू मंदिरों पर हमले की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कड़ी निंदा की। शेख हसीना ने चेतावनी देते हुए कहा कि जो कोई भी इस हमले में शामिल हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा चाहे वो किसी भी धर्म के हों। शेख हसीना ने इसके साथ ही भारत को भी सतर्क रहने के लिए कहा है। बीबीसी बांग्ला की रिपोर्ट के मुताबिक, शेख हसीना ने कहा कि भारत में भी ऐसा कुछ नहीं होना चाहिए जिसका असर बांग्लादेश पर हो और वहां के हिंदू समुदाय को नुकसान पहुंचे।
दुर्गा पूजा के दौरान मंदिरों पर हमले में 4 लोगों की मौत
बांग्लादेश में दुर्गा पूजा समारोहों के दौरान कुछ अज्ञात मुस्लिम उपद्रवियों ने हिंदुओं के कुछ मंदिरों को क्षतिग्रस्त कर दिया, जिसके चलते सरकार को 22 जिलों में अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती करनी पड़ी है। मीडिया की खबरों में गुरुवार को बताया गया कि संघर्ष में 4 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। वहीं, प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा कि घटना के जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने हिंसा के दोषियों को सजा दिलाने का वादा करते हुए कहा कि कमीला में मंदिरों और दुर्गा पूजा पंडालों पर हमला करने में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। दुर्गा पूजा उत्सव के मौके पर ढाका स्थित ढाकेश्वरी राष्ट्रीय मंदिर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान शेख हसीना ने कहा, ''कमीला में हुई घटनाओं की जांच की जा रही है। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता की हमलावर किस धर्म से ताल्लुक रखते हैं।''
22 जिलों में फोर्स तैनात
गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश (बीजीबी) के सैनिकों को देशभर के 22 जिलों में हिंसा को रोकने के लिए तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि देश के 64 प्रशासनिक जिलों में से 22 में तथा अन्य कहीं भी हिंसा की रोकथाम के लिए बीजीबी के साथ अपराध रोधी रैपिड एक्शन बटालियन (आरएबी) और सशस्त्र पुलिस को भी तैनात रहने का आदेश दिया गया है। पुलिस ने कहा कि उनके कुछ अधिकारी भी जख्मी हुए हैं, क्योंकि भीड़ ने पुलिस और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों पर हमला कर दिया था और उनके वाहनों में तोड़फोड़ की थी।
सोशल मीडिया के जरिए अफवाह फैलाई गई
अधिकारियों के अनुसार यहां से करीब 100 किलोमीटर दूर कमीला में दुर्गा पूजा पंडाल में कथित ईशनिंदा की घटना के बाद पुलिस को सूचित किया गया, जिसके बाद जांच शुरू की गयी। कमीला, पड़ोस के हाजीगंज, हतिया और बांसखाली तटीय उप जिलों के कुछ हिस्सों में भी उपद्रवियों के मंदिरों पर हमले के बाद हिंसा भड़क गयी। सोशल मीडिया का इस्तेमाल भी सांप्रदायिक तनाव भड़काने के लिए बड़े स्तर पर किया गया।