काबुल: अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक सैन्य अस्पताल के प्रवेश द्वार पर 6 बंदूकधारियों और एक आत्मघाती हमलावर ने मंगलवार को 2 विस्फोट किए और अस्पताल में घुसने की कोशिश की लेकिन तालिबान के सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें पीछे धकेल दिया। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि काबुल के 10वें जिले में स्थित सरदार मोहम्मद दाऊद खान अस्पताल पर किए गए हमले में कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई है और कई अन्य जख्मी हुए हैं। इस हमले की जिम्मेदारी फौरन किसी भी संगठन ने नहीं ली है।
यह अगस्त में तालिबान के अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज होने का बाद अबतक का सबसे दुस्साहसी हमला है। पहले के हमलों की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों ने ली है जो तालिबान के दुश्मन हैं। रक्षा मंत्रालय में तालिबान के अधिकारी हिबतुल्लाह जमाल ने कहा कि छह हमलावर आए थे जिनमें से दो को पकड़ लिया गया है। उन्होंने यह नहीं बताया कि कितने लोगों की मौत हुई है या जख्मी हुए हैं। जमाल ने बताया, ‘लोग हताहत हुए हैं जिनमें हमारे कर्मी और नागरिक शामिल हैं लेकिन तत्काल हताहतों की संख्या स्पष्ट नहीं हो सकी है।’
उन्होंने कहा कि मृतकों में तालिबान के लड़ाके शामिल हैं लेकिन हताहत हुए ज्यादातर लोग आम नागरिक हैं। तालिबान ने अस्पताल पर नियंत्रण हासिल कर लिया है। शहरवासियों ने इलाके में दो धमाके होने और गोलियां चलने की आवाज़ सुनी है। वजीर अकबर खान अस्पताल के निदेशक सैयद अब्दुल्ला अहमदी के कहा कि उनके अस्पताल में तीन शवों और सात घायलों को लाया गया है। वहीं नौ अन्य को अफगानिस्तान आपात अस्पताल ले जाया गया है। हाल के हफ्तों में इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों ने कई हमलों को अंजाम दिया है।