इस्लामाबाद: सऊदी अरब के वली अहद मोहम्मद बिन सलमान का पाकिस्तान का पहला आधिकारिक दौरा “अज्ञात कारणों” से एक दिन के लिए टल गया है। विदेश मंत्रालय के मुताबिक वह शनिवार को पाकिस्तान पहुंचने वाले थे लेकिन एक मामूली बदलाव के चलते अब वह रविवार को यहां पहुंचेंगे। हालांकि मंत्रालय ने बताया कि देश में उनके ठहरने के कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
माना जा रहा है कि सऊदी अरब के वली अहद का पाकिस्तान दौरा एक दिन टलने के पीछे का कारण जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए फिदायीन हमला है। ज्म्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए हैं। गौरतलब है कि पुलवामा में जवानों पर ऐसा हमला किया गया था कि उन्हें बचने का मौका तक नहीं मिला।
200 किलो विस्फोटक के फटने के बाद कोई 10 किलोमीटर तक का इलाका गूंज उठा था। गुरुवार दोपहर बाद 3:30 बजे का वक्त हो रहा था और श्रीनगर हाईवे पर सुरक्षाबलों की 78 गाड़ियों का काफिला गुजर रहा था। काफिले में ढाई हजार से ज्यादा जवान सवार थे। पीएम मोदी ने कहा है बलिदान बेकार नहीं जाएगा, भारत की संप्रभुता को आंख दिखाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार की खबर के मुताबिक वली अहद मोहम्मद को पाकिस्तान के शीर्ष नागरिक सम्मान निशान-ए-पाकिस्तान से सम्मानित किया जाएगा। वह सऊदी अरब के उप प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री भी हैं।एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि उनका आगमन अज्ञात कारणों से एक दिन के लिए टल गया है।
खबर में बताया गया कि वली अहद के अद्भुत स्वागत के लिए तैयारियां हो चुकी हैं। नूर खान हवाईअड्डे पर प्रधानमंत्री इमरान खान एवं मंत्रिमंडल के उनके सहयोगी स्वयं उन्हें लेने जाएंगे। व्यापार मामलों में प्रधानमंत्री के सलाहकार अब्दुल रज्जाक दाऊद ने कहा कि इस दौरे के दौरान 10-15 अरब डॉलर के निवेश सौदे होंगे। पाकिस्तान में तेल की रिफाइनरी लगाना इस सूची में शीर्ष पर है। सऊदी अरब की हुकूमत के शक्तिशाली वारिस के इस दौरे के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की योजना बनाई गई है।