संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र की एक मसौदा रिपोर्ट में कहा गया है कि सऊदी नीत गठबंधन यमन में गृह युद्ध में पिछले साल मारे गए एवं घायल हुए आधे से अधिक बच्चों के लिए जिम्मेदार है। संयुक्त राष्ट्र ने गुरुवार को प्राप्त हुई रिपोर्ट में 1,340 बच्चों के हताहत होने की पुष्टि की जिनमें से 683 यानी 51 प्रतिशत गठबंधन के हमलों में हताहत हुए। उन्होंने कहा कि स्कूलों एवं अस्पतालों पर 52 में से 38 हमले यानी तीन चौथाई हमले गठबंधन ने किए।
बच्चों एवं सैन्य संघर्ष पर इस मसौदा रिपोर्ट का परिणाम पिछले साल की रिपोर्ट से मेल खाता है जब अमेरिका समर्थित गठबंधन को बाल अधिकारों के उल्लंघन के लिए संयुक्त राष्ट्र की काली सूची में डाला गया था। सऊदी अरब और अन्य गठबंधन समर्थकों ने कई संयुक्त राष्ट्र कार्यक्रम की फंडिंग रोकने की धमकी दी थी जिसके बाद इसे तत्कालीन महासचिव बान की मून ने सूची ने हटा दिया था। लेकिन बान ने कहा था कि वह रिपोर्ट को लेकर अडिग हैं, जिसमें संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2015 में यमन में 1953 युवाओं के हताहत होने की पुष्टि की है। यह संख्या वर्ष 2014 की तुलना में 6 गुना ज्यादा है।
फॉरेन पॉलिसी पत्रिका ने बुधवार को कहा था कि बाल एवं सशस्त्र संघर्ष के मामलों के लिए संयुक्त राष्ट्र की विशेष प्रतिनिधि विरिजीना गाम्बा यह सिफारिश करना चाहती हैं कि सऊदी नीत गठबंधन को बच्चों की हत्या करने या उन्हें विकलांग बनाने वाले देशों की सूची में शामिल किया जाए। संयुक्त राष्ट्र के उप प्रवक्ता फरहान हक ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने मसौदा रिपोर्ट देखी नहीं है जो लीक हो गई है। उन्होंने कहा कि इसकी विषयवस्तु पर अब भी वार्ता चल रही है और इस बात का फैसला गुतारेस करेंगे कि काली सूची में किसे डाला जाए। हक ने कहा कि गुतारेस विरिजीना से मुलाकात करने वाले हैं लेकिन रिपोर्ट के अगले महीने से पहले पूरा होने की संभावना नहीं है।