रियाद: सऊदी अरब ने कतर के नेता से फोन पर बात करने के बाद दोहा पर तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश करने का आरोप लगाते हुए उसके साथ वार्ता शनिवार को निलंबित कर दी। दोनों देशों की सरकारी मीडिया ने बताया कि कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमाद अल-थानी ने सऊदी के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान से फोन पर बातचीत करके आगे वार्ता की इच्छा जताई। इससे 3 महीने से चल रहे खाड़ी संकट में गतिरोध दूर होने की उम्मीद जगी थी। इस संकट को सुलझाने में मध्यस्थता के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति की पेशकश के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली सार्वजनिक बातचीत थी।
सऊदी अरब के नेतृत्व में संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र और बहरीन ने जून में कतर पर यह आरोप लगाते हुए संबंध तोड़ लिए थे कि वह इस्लामिक चरमपंथी समूहों को समर्थन दे रहा है और क्षेत्र के शत्रु ईरान से काफी नजदीकी बढ़ा रहा है। हालांकि कतर ने इन आरोपों को खारिज किया। सऊदी प्रेस एजेंसी SPA ने शुरुआत में कहा कि शहजादे ने इस इच्छा का स्वागत किया है। सऊदी अरब के संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन और मिस्र के साथ समझौते पर पहुंचने के बाद विस्तृत जानकारियों की घोषणा की जाएगी।
यह परिदृश्य जल्द ही बदल गया जब SPA ने कतर की सरकारी मीडिया पर इस तथ्य को गलत तरीके से पेश करने का आरोप लगाया कि सऊदी अरब ने बातचीत की पहल की। SPA ने कहा, ‘कतर न्यूज एजेंसी ने जो प्रकाशित किया है वह तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश करने का कतर प्रशासन का सिलसिला है।’ उसने कहा कि कतर के साथ किसी भी तरह की बातचीत अब निलंबित की जाती है।